आज के समय में आधार कार्ड हर भारतीय के लिए सबसे जरूरी दस्तावेज बन चुका है। चाहे बैंक खाता खोलना हो, सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो, या कोई और जरूरी काम, आधार के बिना कुछ नहीं हो पाता। लेकिन जब बात छोटे बच्चों की आती है, तो माता-पिता के मन में सवाल उठता है – क्या 5 साल से कम उम्र के बच्चों का भी आधार कार्ड बन सकता है?
खुशखबरी ये है कि हां, बिल्कुल बन सकता है! भारत सरकार ने बच्चों के लिए खास तौर पर ब्लू आधार कार्ड शुरू किया है, जिसे बाल आधार कार्ड भी कहते हैं। ये कार्ड न सिर्फ मुफ्त है, बल्कि आपके घर तक डिलीवर भी हो जाता है। आइए, इस खास कार्ड के बारे में सबकुछ डिटेल में जानते हैं और समझते हैं कि इसे कैसे बनवाया जा सकता है।
ब्लू आधार कार्ड क्या है?ब्लू आधार कार्ड का नाम इसलिए पड़ा, क्योंकि इसका रंग नीला होता है। ये खास तौर पर 0 से 5 साल की उम्र के बच्चों के लिए बनाया गया है। इस उम्र में बच्चों के बायोमेट्रिक्स, जैसे फिंगरप्रिंट या आंखों का स्कैन, स्थिर नहीं होते। इसलिए, ब्लू आधार कार्ड में इनकी जरूरत नहीं पड़ती।
इस कार्ड में बच्चे की फोटो, नाम, जन्मतिथि और माता-पिता का आधार नंबर जोड़ा जाता है। यही कारण है कि ये एक मान्य पहचान पत्र के तौर पर काम करता है। 2025 के अपडेट के मुताबिक, ब्लू आधार कार्ड बनवाना पूरी तरह मुफ्त है, और प्रक्रिया भी बहुत आसान है।
ब्लू आधार कार्ड के फायदेब्लू आधार कार्ड कई जगहों पर बेहद काम आता है। इसे आप निम्नलिखित कामों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं:
- स्कूल में दाखिला: बच्चे को स्कूल में एडमिशन के लिए ब्लू आधार एक वैध आईडी प्रूफ है।
- सरकारी योजनाएं: स्कॉलरशिप, हेल्थ स्कीम्स या अन्य सरकारी लाभ बच्चे के नाम पर लेने में मदद करता है।
- हॉस्पिटल रिकॉर्ड: बच्चे का मेडिकल रिकॉर्ड रखने या सरकारी हेल्थ प्रोग्राम्स में इसका इस्तेमाल होता है।
- बैंक और इंश्योरेंस: अगर माता-पिता बच्चे के नाम से बैंक खाता या इंश्योरेंस पॉलिसी खोलना चाहें, तो ब्लू आधार जरूरी है।
कुल मिलाकर, ये छोटे बच्चों के लिए एक मजबूत पहचान पत्र है, जो कई कामों को आसान बनाता है।
ब्लू आधार कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेजब्लू आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में ज्यादा झंझट नहीं है। इसके लिए सिर्फ 3 मुख्य दस्तावेज चाहिए:
- बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र: ये म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन या हॉस्पिटल से मिल जाता है।
- माता-पिता का आधार कार्ड: बच्चे का आधार मां या पिता के आधार से लिंक होता है।
- एड्रेस प्रूफ: जरूरत पड़ने पर माता-पिता का कोई एड्रेस प्रूफ देना पड़ सकता है।
अच्छी बात ये है कि बच्चे की फोटो आधार एनरोलमेंट सेंटर पर ही खींच ली जाती है, तो आपको अलग से फोटो लाने की जरूरत नहीं।
ऑनलाइन ब्लू आधार कार्ड कैसे बनवाएं?अगर आप घर बैठे प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं, तो UIDAI की वेबसाइट पर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। हालांकि, असली प्रक्रिया आधार सेंटर पर ही पूरी होती है। इसे फॉलो करें:
ये प्रक्रिया इतनी आसान है कि आप बिना किसी टेंशन के इसे पूरा कर सकते हैं।
ऑफलाइन प्रक्रिया भी है सुपर आसानअगर ऑनलाइन बुकिंग में इंटरेस्ट नहीं है, तो सीधे नजदीकी आधार सेंटर पर जाएं। वहां आपको ये करना होगा:
- फॉर्म भरें: आधार सेंटर पर बाल आधार एनरोलमेंट फॉर्म लें और उसे भरें।
- दस्तावेज जमा करें: बच्चे का जन्म प्रमाणपत्र और माता-पिता का आधार कार्ड दिखाएं।
- फोटो और बायोमेट्रिक्स: बच्चे की फोटो सेंटर पर खींची जाएगी, और माता-पिता के बायोमेट्रिक्स लिए जाएंगे।
- स्लिप लें: फॉर्म जमा करने पर आपको एनरोलमेंट स्लिप मिलेगी। इसके बाद कुछ हफ्तों में ब्लू आधार कार्ड आपके घर आ जाएगा।
ये तरीका भी पूरी तरह मुफ्त और बेहद आसान है।
5 साल बाद ब्लू आधार का अपडेटजब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तो ब्लू आधार कार्ड को अपडेट करना जरूरी होता है। इस दौरान बच्चे के फिंगरप्रिंट और आंखों का स्कैन लिया जाता है, और कार्ड को रेगुलर आधार कार्ड में बदला जाता है। ये अपडेट भी पूरी तरह मुफ्त है। इसके बाद 15 साल की उम्र में भी आधार को दोबारा अपडेट करना पड़ता है। इस तरह, ब्लू आधार कार्ड बच्चों की पहचान को मजबूत करने का पहला कदम है।
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