सेहत को बेहतर बनाने की चाह में लोग अक्सर डाइटरी सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका जरूरत से ज्यादा सेवन आपकी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है? वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि कुछ सप्लीमेंट्स का अधिक उपयोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। आइए, जानते हैं कि कौन से सप्लीमेंट्स खतरनाक हो सकते हैं और इनका सही उपयोग कैसे करें।
सप्लीमेंट्स की अधिकता: किडनी पर खतरा
वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रोटीन पाउडर, क्रिएटिन, और विटामिन डी जैसे सप्लीमेंट्स का जरूरत से ज्यादा सेवन किडनी पर बुरा असर डालता है। प्रोटीन पाउडर, खासकर जिम जाने वालों में लोकप्रिय, किडनी को अतिरिक्त नाइट्रोजन प्रोसेस करने के लिए मजबूर करता है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता पर दबाव पड़ता है। इसी तरह, क्रिएटिन का अधिक सेवन किडनी में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ा सकता है, जो किडनी फेल्योर का शुरुआती संकेत हो सकता है। विटामिन डी की अत्यधिक मात्रा कैल्शियम जमा होने का कारण बनती है, जो किडनी स्टोन का खतरा बढ़ाता है।
लक्षण जो नजरअंदाज नहीं करने चाहिए
जरूरत से ज्यादा सप्लीमेंट्स लेने के शुरुआती लक्षणों में बार-बार पेशाब आना, पेट में दर्द, थकान और सूजन शामिल हैं। अगर आपको ये लक्षण दिखें, तो तुरंत सप्लीमेंट्स का सेवन कम करें और डॉक्टर से सलाह लें। विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक अधिक सप्लीमेंट्स लेने से किडनी की क्षति स्थायी हो सकती है। खासकर उन लोगों को सावधान रहना चाहिए, जिन्हें पहले से किडनी की समस्या या डायबिटीज है।
सही मात्रा और संतुलित आहार का महत्व
सप्लीमेंट्स का उपयोग तभी करें, जब आपके शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी हो और डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो। प्राकृतिक आहार जैसे दाल, हरी सब्जियां, फल और साबुत अनाज पोषण का सबसे अच्छा स्रोत हैं। प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए अंडे, दूध, दही और मछली जैसे प्राकृतिक स्रोतों को प्राथमिकता दें। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सप्लीमेंट्स को कभी भी प्राकृतिक आहार का विकल्प न बनाएं। सप्लीमेंट्स की खुराक हमेशा बताई गई मात्रा के अनुसार लें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं।
किडनी की सेहत के लिए सावधानियां
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कुछ आसान उपाय बहुत जरूरी हैं। पर्याप्त पानी पीना किडनी के लिए सबसे अच्छा उपाय है, क्योंकि यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। नमक और चीनी का सेवन सीमित करें। धूम्रपान और शराब से बचें, क्योंकि ये किडनी की कार्यक्षमता को कम करते हैं। नियमित व्यायाम और स्वस्थ वजन बनाए रखना भी किडनी की सेहत के लिए जरूरी है। अगर आप सप्लीमेंट्स ले रहे हैं, तो हर 3-6 महीने में किडनी फंक्शन टेस्ट करवाएं।
जागरूकता और सही जानकारी की जरूरत
यह चेतावनी हमें यह समझाने के लिए काफी है कि सेहत के लिए जल्दबाजी में लिए गए फैसले उल्टा नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोग अक्सर विज्ञापनों या दोस्तों की सलाह पर बिना सोचे-समझे सप्लीमेंट्स लेने लगते हैं। समाज में जागरूकता फैलाने की जरूरत है कि सप्लीमेंट्स का उपयोग तभी करें, जब यह जरूरी हो और डॉक्टर की सलाह हो। किडनी की सेहत को हल्के में न लें, क्योंकि यह आपके शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है।
स्वस्थ जीवन के लिए संतुलन जरूरी
सप्लीमेंट्स का सही उपयोग सेहत को फायदा पहुंचा सकता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा सेवन खतरनाक है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और डॉक्टर की सलाह के साथ आप अपनी किडनी और समग्र स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं। इस चेतावनी को गंभीरता से लें और आज से ही अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।
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