अजमेर, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । मानसून की बारिश जहां किसानों के लिए उम्मीदें लेकर आती है, वहीं लापरवाही और सतर्कता के अभाव में यही पानी अब मासूम जिंदगियों की मौत का कारण बन रहा है। ताजा मामला अरांई क्षेत्र के इंदोली गांव का है, जहां खेत में बने फार्म पौंड में डूबने से सगे भाई-बहन की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान अमित और अनु के रूप में हुई है, जो अपनी दादी के साथ खेत पर गए थे। इसी दौरान खेलते-खेलते दोनों बच्चे पानी से भरे गड्ढे में गिर गए। सूचना पर अरांई थाने से एएसआई वृद्धिचंद और सरपंच हरिराम चौधरी मौके पर पहुंचे। बच्चों को बाहर निकाल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अरांई लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
यह कोई अकेला हादसा नहीं है। अजमेर जिले में पिछले कुछ दिनों में डूबने की यह तीसरी-चौथी घटना है, जिसमें नाबालिग या किशोर बच्चों की जान गई है। बीते रविवार को आदर्श नगर थाना क्षेत्र के सेंदरिया गांव में दो बहनों की गुवाना बाबा की नाड़ी में डूबने से मौत हो गई थी। हिना (13) और आचुकि (9) नामक ये दोनों बहनें बकरियां चरा रही थीं। खेलते-खेलते एक बहन पानी में जा गिरी, और दूसरी उसे बचाने के प्रयास में डूब गई। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से बच्चियों के शव तालाब से निकाले गए और जेएलएन अस्पताल भेजे गए, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया।
कुछ दिन पहले गेगल थाना क्षेत्र के ऊंटड़ा गांव में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। नरेगा के तहत खुदे गहरे गड्ढे में भरे पानी में डूबने से तीन बालिग युवतियों की मौत हो गई थी। ये चारों युवतियाँ बकरियाँ चरा रही थीं, तभी एक फिसल कर गड्ढे में जा गिरी। उसे बचाने गई तीन और लड़कियां भी डूब गईं। इनमें 22 वर्षीय सिमरन, बिलकिस और नाज़िया की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवती को ग्रामीणों ने किसी तरह बचा लिया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष
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