चंपावत, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । नदी महोत्सव-2025 के तहत गौड़ी, गंडक नदी के संरक्षण व जन-जागरूकता के लिसए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर जागरूकता गोष्ठी, पौधरोपण, स्वच्छता अभियान और जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय सभागार में हुई गोष्ठी से हुई, जिसमें छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेट्स और विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रेरक वक्तव्य दिए गए।
डीएफओ ने पहाड़ी जल संकट पर चिंता जताते हुए जल स्रोतों की रक्षा के लिए जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता बताई। वहीं, मुख्य विकास अधिकारी ने हरेला और नदी महोत्सव जैसे आयोजनों को सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ते हुए ‘खेत का पानी खेत में, गांव का पानी गांव में’ की अवधारणा को दोहराया।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने पर्यावरण को सांस्कृतिक पहचान बताते हुए प्रत्येक नागरिक को पेड़ लगाने और उसकी रक्षा का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई।
इसके बाद वृक्षारोपण और गौड़ी नदी क्षेत्र में वृहद स्वच्छता अभियान चलाया गया। कार्यक्रम का समापन जन-जागरूकता रैली से हुआ, जो डिग्री कॉलेज से फुलार गांव तक निकाली गई।
नदी महोत्सव के समन्वय नोडल अधिकारी धनपत कुमार ने बताया कि जनपद की तीन प्रमुख नदियाँ गौड़ी/गंडक, लोहावती और कालसन है के लिए दीर्घकालिक पुनर्जीवन योजना तैयार की जा रही है। इसमें तकनीकी उपायों के साथ कैचमेंट एरिया संरक्षण पर भी विशेष जोर दिया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी
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