– ऑपरेशनल प्रदर्शन में अग्रिम पंक्ति के प्लेटफार्मों के समन्वित युद्धाभ्यास प्रदर्शित किए जाएंगे
New Delhi, 09 नवंबर (Udaipur Kiran) . पाकिस्तान के साथ 1971 में युद्ध के दौरान नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की याद में मनाया जाने वाला नौसेना दिवस इस बार तिरुवनंतपुरम के शंगुमुघम समुद्र तट पर 04 दिसंबर को मनाया जाएगा. इस युद्ध में भारत की समुद्री सेना ने दुश्मन की नौसेना और तटीय सुरक्षा को करारा झटका दिया था. इस बार का ऑपरेशनल प्रदर्शन विकसित और समृद्ध भारत के लिए समुद्र की सुरक्षा करने वाले एक युद्ध-तैयार, एकजुट, विश्वसनीय और आत्मनिर्भर बल के रूप में Indian नौसेना की समुद्री उत्कृष्टता का उत्सव होगा.
नौसेना दिवस 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है, जिसमें ऑपरेशन ‘ट्राइडेंट’ के तहत Indian नौसेना की मिसाइल नौकाओं ने कराची बंदरगाह पर एक साहसिक हमला किया. इस निर्णायक कार्रवाई ने न केवल भारत की समुद्री शक्ति, बल्कि सटीकता, साहस और रणनीतिक कौशल का भी प्रदर्शन किया था. हर साल की तरह इस बार भी Indian नौसेना ने प्रमुख नौसेना स्टेशनों के अलावा किसी अन्य स्थान पर सालाना कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया है. इससे पहले इस तरह के कार्यक्रम ओडिशा के पुरी और Maharashtra के सिंधुदुर्ग में आयोजित किये गए थे.
नौसेना के कैप्टन विवेक मधवाल के मुताबिक इस कार्यक्रम में नागरिकों को Indian नौसेना के बहु डोमेन संचालन के विभिन्न पहलुओं को देखने का अनूठा मौका मिलेगा. तिरुवनंतपुरम के शंगुमुघम समुद्र तट पर होने वाला ऑपरेशनल प्रदर्शन हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में ‘पसंदीदा सुरक्षा भागीदार’ के रूप में नौसेना के संकल्प को प्रदर्शित करेगा. यह कार्यक्रम नौसेना की दुर्जेय लड़ाकू क्षमताओं, तकनीकी उत्कृष्टता और परिचालन तत्परता को जीवंत करेगा. साथ ही देश की बढ़ती समुद्री ताकत और आत्मनिर्भरता को भी दर्शाएगा. इस ऑपरेशनल प्रदर्शन में अग्रिम पंक्ति के प्लेटफार्मों के समन्वित युद्धाभ्यास प्रदर्शित किए जाएंगे, जो नौसेना की समुद्री क्षेत्र में शक्ति और सटीकता प्रदान करने की क्षमता का प्रतीक होगा.
उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को दर्शाते हुए इस प्रदर्शन में रक्षा निर्माण में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता का प्रतिनिधित्व करने वाली कई स्वदेशी निर्मित संपत्तियां प्रदर्शित की जाएंगी. यह समारोह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रदर्शित नौसेना की तैयारियों और निवारक क्षमता को भी उजागर करेगा, जो सटीकता, गति और प्रभुत्व के साथ हमला करने की उसकी क्षमता की पुष्टि करता है. यह प्रदर्शन Indian नौसेना के उन पुरुषों और महिलाओं के व्यावसायिकता, अनुशासन और साहस को श्रद्धांजलि है, जो देश की संप्रभुता और समुद्री हितों की रक्षा करते हैं.
(Udaipur Kiran) निगम
You may also like

भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने गृहमंत्री ओमप्रकाश अर्याल से की शिष्टाचार भेंट

रायपुर : कुख्यात सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर गिरफ्तार, पुलिस ने निकाला जुलूस

इस सप्ताह सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे 6 नए आईपीओ, 7 कंपनियों की होगी लिस्टिंग

हेलीकॉप्टर दुर्घटना का खतरनाक वीडियो हुआ वायरल

आगरमालवाः विधायक और जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि के बीच हुई तीखी नौक-झौंक




