-दो दिन पहले अपनी बेटी की रिवॉल्वर से गोली मारकर की थी हत्या
गुरुग्राम, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । अपनी टेनिस स्टार बेटी राधिका यादव की हत्या के आरोपी पिता दीपक यादव को शनिवार को यहां अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपी ने दो दिन पहले अपने घर में बेटी को रिवॉल्वर से गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बता दें कि गुरुवार को सेक्टर-57 स्थित सुशांत लोक फेज-2 में रहने वाले दीपक यादव ने अपनी 25 वर्षीय बेटी राधिका यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पहले तो यह बताया गया कि राधिका रील बनाने की शौकीन थी। उसका पिता उसे ऐसा करने से रोकता था। इस वजह से दोनों बाप-बेटी के बीच झगड़ा होता था। इसलिए उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी। इसके अलावा यह भी बात सामने आई है कि राधिका यादव टेनिस अकादमी चलाती थी। उसके पिता को लोग बेटी की कमाई खाने के ताने देते थे। राधिका के कोच अंकित पटेल ने कहा कि वे राधिका यादव को काफी समय से जानते थे। जब वह लगभग 10-11 साल की थी, उसके पिता उसे टूर्नामेंट और ट्रेनिंग सेशन में लेकर आते थे। इससे पता चलता है कि राधिका के पिता चाहते थे कि वह एक टेनिस खिलाड़ी बने।
पुलिस पूछताछ में बेटी के हत्यारोपी दीपक यादव ने यह स्वीकार किया है कि उसने राधिका की हत्या की है। हत्या के पीछे का कारण बताया कि वह टेनिस का प्रशिक्षण देती थी। लोग बेटी की कमाई खाने के उसे ताने देते थे। जिस दिन राधिका के पिता ने उसकी हत्या की, उस दिन राधिका की मां का जन्मदिन भी था। उन्हें बुखार था। बताया जा रहा है कि राधिका की मां का जन्मदिन मनाने की तैयारी की जा रही थी। जब दीपक यादव ने अपनी बेटी राधिका को गोलियां मारीं, उस समय राधिका की मां मंजू यादव अलग कमरे में आराम कर रही थी।
राधिका का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। उस वीडियो को लेकर सेक्टर-56 पुलिस थाना प्रभारी निरीक्षक (इंस्पेक्टर) विनोद कुमार का कहना है कि वह वीडियो वर्ष 2023 में अपलोड किया गया था। हत्या से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है। उसका पिता एक ही बात बोल रहा है कि वह नहीं चाहता था कि उसकी बेटी टेनिस का प्रशिक्षण देकर कमाई करे। वह जब नहीं मानी तो उसने हत्या कर दी। राधिका को चार गोलियां तीन पीठ में व एक कंधे में लगी थी। यह खुलासा उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। राधिका के पिता दीपक यादव के नजदीकी रिश्तेदार ने बताया कि दीपक ने राधिका का भविष्य बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। उसने उसका पूरा साथ दिया। उसे प्रशिक्षण के लिए वह लेकर जाता था। उसे राधिका को कई बार ट्रेनिंग बंद करने के लिए कहा था। राधिका ने अपनी जिद नहीं छोड़ी।
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(Udaipur Kiran)
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