-मुख्यमंत्री के ओएसडी डा. राज नेहरू की अध्यक्षता में हुई चर्चा
गुरुग्राम, 31 मई . गुरुग्राम शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा व उत्सव फाउंडेशन द्वारा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में वेस्ट मैनेजमेंट विषय पर शनिवार को एक महत्वपूर्ण चिंतन बैठक आयोजित की गई. मुख्यमंत्री के ओएसडी डा. राज नेहरू ने चिंतन बैठक की अध्यक्षता की.
स्वच्छ भारत मिशन, हरियाणा के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र ने बैठक में गुरुग्राम शहर के प्रबुद्धजनों के साथ स्वच्छता के विभिन्न घटकों पर चर्चा की. उत्सव फाउंडेशन के पंकज धर ने भी गुरुग्राम को स्वच्छ बनाने के विभिन्न कार्यों पर अपने विचार रखे. बैठक में गुरुग्राम को स्वच्छ, सुंदर और कचरा मुक्त बनाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं, सामाजिक संगठनों एवं कॉर्पोरेट क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ गहन संवाद किया गया. इस अवसर पर जेबीएम सोनीपत, सामाजिक संगठन ग्रीन ब्रिगेड और बैलेंसिंग बिट द्वारा अपने-अपने प्रोजेक्ट्स की प्रस्तुति दी गई, जिनका उद्देश्य शहर को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है. डा. राज नेहरू ने बैठक में विचार-विमर्श के दौरान अपशिष्ट प्रबंधन की आधुनिक तकनीकों, जनसहभागिता और सतत विकास के महत्व पर बल दिया गया. आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाकर स्वच्छता मिशन को जनांदोलन बनाएं. यह बैठक गुरुग्राम के भविष्य को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम के रूप में देखी जा रही है. कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रोग्रेसिव फेडरेशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री से दीपक मैनी, एसपी अग्रवाल, नगर निगम गुरुग्राम के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर कुलदीप हिन्दुस्तानी, बुलंद आवाज वेलफेयर सोसाइटी की उपाध्यक्षा प्रिंका यादव, बैलेंसिंग बिट राहुल खेरा, सारिका, नोबल सिटीजन फाउंडेशन से साहिल, जस्टिन, कलर कोड फाउंडेशन से स्वाति सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र सरोहा, सहज शक्ति फाउंडेशन से मिनाक्षी रंजन, सामाजिक कार्यकर्ता रजनी सूद, अंजू सिंगला, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि से अतुल बजाज एवं कर्नल संजय का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
You may also like
प्यार और हॉर्मोन: जानें कैसे प्रभावित करते हैं हमारे भावनात्मक अनुभव
ब्रिटेन में पढ़ना होगा आसान, एडमिशन से पहले इन 5 बातों का रखना होगा ख्याल
Aaj Ka Panchang, 2 June 2025 : आज ज्येष्ठ शुक्ल सप्तमी तिथि, जानें शुभ मुहूर्त का समय
शादी के बिना मर्जी के होने के कारण: जानें क्यों लोग मजबूर होते हैं
लड़कियों की रिश्तों में चार महत्वपूर्ण अपेक्षाएँ