गुवाहाटी, 5 मई . राजधानी के जालुकबाड़ी बस स्टैंड के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों में फुटपाथ पर अवैध रूप से व्यापार कर रहे दुकानदारों के खिलाफ सोमवार को प्रशासन ने हटाने की कार्रवाई चलाई. लंबे समय से फुटपाथ और सड़कों पर कब्जा जमाकर गैरकानूनी तरीके से व्यवसाय कर रहे इन व्यापारियों के विरुद्ध यह कदम उठाया गया.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये व्यापारी जालुकबाड़ी थाने के कुछ पुलिसकर्मियों और प्रभावशाली दलालों की मिलीभगत से सरकारी नियमों को धता बताकर लगातार अपना व्यवसाय चला रहे हैं. सिर्फ बस स्टैंड ही नहीं, बल्कि शाम के समय आदाबाड़ी और जालुकबाड़ी के बड़े शॉपिंग मॉल्स के सामने की सड़कों पर भी फास्ट फूड की दुकानों की बाढ़ सी आ जाती है.
हालांकि, प्रशासन की ओर से समय-समय पर हटाने की कार्रवाई की जाती है, लेकिन कुछ ही दिनों में वहीं पर फिर से व्यवसाय शुरू हो जाता है. इससे प्रशासनिक व्यवस्था की प्रभावशीलता पर सवाल उठने लगे हैं.
क्षेत्र के कई जागरूक नागरिकों का कहना है कि प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की दलालों से मिलीभगत और भ्रष्टाचार के कारण ही बार-बार हटाए जाने के बावजूद ये दुकानें फिर से शुरू हो जाती हैं. उनके अनुसार, केवल दिखावटी अभियान से समाधान संभव नहीं है, इसके लिए एक व्यवस्थित और दीर्घकालिक प्रशासनिक योजना की आवश्यकता है.
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी असंतोष उत्पन्न हुआ है. कई लोगों ने मांग की है कि आम जनता की आवाजाही और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को सख्त कदम उठाना चाहिए और दलाल गिरोहों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए.
/ देबजानी पतिकर
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