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पीएम जनमन योजना जनजातीय समुदाय के जीवन में ला रही बदलाव: राज्यपाल पटेल

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– राज्यपाल ने मंडला जिले के ग्राम अमाही में बैगा एवं भारिया समुदाय के लोगों से किया संवाद

मंडला, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संवेदनाएं जनजातीय समुदाय के प्रति विशेष रूप से है। जनजातीय वर्ग को आगे लाने के लिए सभी समन्वित प्रयास केन्द्र एवं राज्य सरकार के द्वारा किए जा रहे हैं। इस परिप्रेक्ष्य में प्रधानमंत्री जनमन योजना की शुरुआत की गई, जिसमें 24 हजार करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान है। योजना के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजातियों को प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं के लाभ से लाभान्वित किए जाने का काम देश एवं प्रदेश में किया जा रहा है। इसके तहत विशेष पिछड़ी जनजाति बसाहटों में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिसमें सड़क, बिजली, पानी, स्कूल एवं आंगनवाड़ी केन्द्र शामिल हैं। इस योजना का लाभ मिलने से जनजातीय लोगों के जीवन में बदलाव आएगा।

राज्यपाल पटेल मंगलवार को मंडला जिले के नैनपुर विकासखंड के ग्राम अमाही में आयोजित पीएम जनमन योजना अंतर्गत लाभान्वित बैगा एवं भारिया समुदाय के साथ संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जय जोहार के साथ अपने उद्बोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इस आयुष्मान भारत योजना के तहत बीमार व्यक्ति के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार ने उठाई है। महिलाओं को खाना बनाने के दौरान धुएं से मुक्ति दिलाने के लिए उज्जवला गैस योजना की शुरूआत की गई है। राज्य सरकार द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं लाड़ली बहना योजना से उनके जीवन में बदलाव देखने को मिला है। स्व-सहायता समूहों ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया है। महिलाओं का जीवन स्तर बेहतर हुआ है। उनके चेहरे की मुस्कान से यह सिद्ध हो रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल की बीमारी आनुवांशिक है। इसके उन्मूलन के लिए व्यापक जागरूकता आवश्यक है। सरकार ने इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का बीड़ा उठाया है। केन्द्र सरकार ने वर्ष 2047 तक भारत को सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने यहां मौजूद सभी लोगों से आग्रह किया है कि विवाह के पहले लड़के-लड़कियों को अपने सिकल सेल जेनेटिक कार्ड्स का मिलान अवश्य कराना चाहिए। सिकल सेल से पीड़ित व्यक्ति का चिन्हांकन एवं त्वरित रोग उपचार ही इस बीमारी से बचा सकता है। जितनी जल्दी इस रोग का पता चलेगा, इसे नियंत्रित करने की संभावना उतनी होगी। जनजातीय क्षेत्रों में यह बीमारी प्रायः देखी जा रही है। अतः आप आंगनवाड़ी केन्द्र एवं अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों में जाकर सिकल सेल एनीमिया की जांच करवाएं। इस बीमारी के उन्मूलन के लिए सभी की सक्रिय सामूहिक भागीदारी जरूरी है।

कार्यक्रम में पीएचई मंत्री संपतिया उइके ने कहा कि आज हमारे लिए सौभाग्य का दिन है राज्यपाल मंडला जिले में आए हैं। उन्होंने हमारे जनजातीय भाई-बहनों को उनके नवनिर्मित घर में गृहप्रवेश कराया है। सरकार सिकल सेल एनीमिया की बीमारी को गंभीरता से समझकर उसके उन्मूलन के लिए लगातार कार्य कर रही है। राज्य सरकार जनजातीय वर्ग के कल्याण के क्षेत्र में भी कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल पटेल एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर की। कार्यक्रम के प्रारंभ एवं अंत में राष्ट्रगान का भी गायन हुआ। मंचीय कार्यक्रम में पहुंचने के पहले राज्यपाल पटेल एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम परिसर पर रेशम विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिकल सेल एनीमिया स्वास्थ्य शिविर का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम के अंत में सिकल सेल दिव्यांगता प्रमाण पत्र एवं कान की मशीन भी वितरित की गई। जनजातीय समुदाय द्वारा स्नेह स्वरूप आदिवासी पारंपरिक वाद्ययंत्र मृदंग राज्यपाल पटेल को भेंट किया गया।

इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, पूर्व विधायक देवसिंह सैयाम, नगरपालिका परिषद नैनपुर की अध्यक्ष कृष्णा पंजवानी, जिला पंचायत सदस्य शालिनी प्रभात साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष नैनपुर ओमवती उइके, सरपंच अखिलेश मरावी, कलेक्टर सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, जिला पंचायत सीईओ श्रेयांश कूमट, एसडीएम आशुतोष ठाकुर, जनपद पंचायत सीईओ विनोद मरावी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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