– लोक निर्माण मंत्री ने की नर्मदा परिक्रमा पथ की कार्ययोजना की समीक्षा, अधिकारियों को दिये दिशा-निर्देश
जबलपुर, 11 मई . लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि धार्मिक और आध्यामिक आस्था के केंद्र गौरीघाट में नर्मदा परिक्रमा पथ बेहद खूबसूरत होगा और इसका विकास पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में सरयू तट की तर्ज पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि नर्मदा परिक्रमा पथ का विकास दो चरणों मे होगा. पहले चरण में जिलहरी घाट से लेकर खारी घाट तक तथा दूसरे चरण में भटौली से लेकर तिलवारा घाट तक के घाटों का विकास होगा.
मंत्री राकेश सिंह रविवार को गौरीघाट के निरीक्षण के बाद माँ नर्मदा के पावन तट को सरयू की तर्ज पर विकसित करने तैयार की जा रही कार्य योजना की सिविल लाइन स्थित लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय में आयोजित बैठक में समीक्षा कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिये. बैठक में नर्मदा परिक्रमा पथ की प्रस्तावित डीपीआर पर पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया गया तथा इस पर विस्तार से चर्चा की गई.
बैठक में मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के प्रबंध निदेशक भरत यादव, तकनीकी सलाहकार आर के मेहरा, मुख्य अभियंता गोपाल सिंह गुर्जर, कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, नगर निगम आयुक्त प्रीति यादव, जिला पंचायत सीईओ अभिषेक गहलोत, अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समर वर्मा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण शिवेंद्र सिंह, पंकज दुबे, संदीप जैन, अभय सिंह, ओंकार दुबे एवं मनीष दुबे उपस्थित रहे.
मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि नर्मदा परिक्रमा पथ की तैयार की जा रही कार्ययोजना में श्रद्धालुओं के स्नान और पूजा अर्चना के लिए 350 मीटर लंबे चैनल का निर्माण भी किया जाएगा. चैनल में जगह-जगह प्रेशर पाइप की व्यवस्था की जाएगी ताकि मां नर्मदा के जल को प्रदूषित होने से बचाया जा सके और स्वच्छ जल की उपलब्धता को सुश्चित किया जा सके. उन्होंने बताया कि चैनल के एक ओर जहां नागरिकों की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे तो वहीं दूसरी ओर ऊंचाई से मां नर्मदा के भव्य स्वरूप का दर्शन करने के लिए व्यू प्वाइंट का निर्माण भी किया जाएगा.
मंत्री सिंह ने चैनल के किनारे दीवारों पर आदि शंकराचार्य जी के व्याख्यान एवं मार्कण्डेय ऋषि की परिक्रमा का संदेश देने वाले म्यूरल्स का निर्माण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए. श्री सिंह ने बैठक में कहा कि गौरीघाट के पवित्र नर्मदा तट पर माँ नर्मदा प्राकट्योत्सव एवं अन्य कार्यक्रमों के लिए सांस्कृतिक मंच का निर्माण भी कराया जाएगा. साथ ही इन कार्यक्रमों में आने वाले कलाकारों के लिए रुकने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी. मंत्री सिंह ने नर्मदा परिक्रमा पथ की कार्ययोजना में वाहनों की पार्किंग, पर्याप्त भंडारा स्थल, दिव्यांगजनो की सुविधा के लिए रैंप, वाच टावर एवं अनाउंसमेंट के लिए साउंड सिस्टम की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
इससे पहले मंत्री राकेश सिंह रविवार की दोपहर गौरीघाट पहुंचे. यहाँ उन्होंने सिद्धघाट में माँ नर्मदा का पूजन किया तथा नर्मदा परिक्रमा भवन एवं सिद्ध कुंड का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने माँ नर्मदा के पावन तट गौरीघाट एवं तिलवारा घाट को सरयू के तर्ज पर विकसित करने की घोषणा की थी. इसके फलस्वरूप माँ नर्मदा के तटों को विकसित करने के लिए दो चरणों में कार्य योजना तैयार की जा रही है. पहले चरण में जिलहरी घाट से लेकर खारी घाट तक तथा दूसरे चरण में भटौली से लेकर तिलवारा घाट तक के विकास कार्यों की योजना तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि माँ सरयू की तर्ज पर यहाँ अत्यंत सुंदर एक सुन्दर धार्मिक एवं आध्यात्मिक केंद्र का निर्माण किया जाएगा. प्रोजेक्ट की डीपीआर लगभग तैयार की जा चुकी है.
तोमर
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