कोलकाता, 06 नवम्बर (Udaipur Kiran) . West Bengal के नदिया जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे चापड़ा इलाके में मंगलवार रात अवैध कफ सिरप की बरामदगी को लेकर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बीच हुए विवाद से माहौल तनावपूर्ण हो गया.
मामले में दावा किया जा रहा है कि झड़प के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि एक बीएसएफ जवान को पुलिस ने हिरासत में लिया. हालांकि, रात बीतते ही बीएसएफ की ओर से इसे “सामान्य गलतफहमी” बताया और स्थिति पर काबू पा लिया गया.
बुधवार दोपहर बीएसएफ ने अपने आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में एक बयान जारी किया जिसमें बताया गया है कि पुलिस के साथ तकरार की बातें पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और ऐसा कुछ नहीं हुआ था. पुलिस की ओर से भी इसी तरह के दावे किए गए हैं.
सूत्रों के अनुसार, करिमपुर से कृष्णनगर जा रही एक बस में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप फेंसिडिल की तस्करी की सूचना मिलने पर चापड़ा थाना पुलिस ने बस का पीछा किया. सीमामनगर में बीएसएफ कैंप के निकट वाहन को रोककर पुलिस ने प्रतिबंधित सिरप बरामद किया. आरोप है कि तभी बीएसएफ कर्मी मौके पर पहुंचे और जब्त माल को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया. पुलिस द्वारा रोकने पर कथित रूप से उन्हें मारपीट का सामना करना पड़ा.
मारपीट में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हाे गए. इसके बाद पुलिस ने एक बीएसएफ जवान को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया कि पूरा विवाद एक “सामान्य गलतफहमी” का नतीजा था और बरामद कफ सिरप अब पुलिस की ही अभिरक्षा में है. बीएसएफ ने बताया है कि सादी वर्दी में एक बीएसएफ जवान को हिरासत में लिया गया था लेकिन उसे छोड़ दिया गया है. उसे गलतफहमी की वजह से पकड़ा गया था.——————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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