कानपुर, 08 मई . आईआईटी कानपुर में एक नए एडवांस डाइग्नोस्टिक सेंटर की शुरुआत की गई है. नए डाइग्नोस्टिक सेंटर को आईसीआईसीआई बैंक के सहयोग से स्थापित किया गया है. हेल्थ सेंटर में बनाई गई इस पैथोलॉजी लैब का उद्घाटन आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो मणीन्द्र अग्रवाल ने किया.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी कानपुर) आईसीआईसीआई बैंक के सीएसआर सहयोग से बनाया गया. कैंपस डाइग्नोस्टिक सेंटर एडवांस मोलक्यूलर, माइक्रोबायोलॉजी, पैथोलॉजी और बायोकेमिकल लैब से लैस है.इससे आईआईटी कानपुर की इन-हाउस हेल्थ टेस्टिंग क्षमता पहले से ज्यादा मजबूत होगी.
आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा कि इस नए डाइग्नोस्टिक सेंटर से स्टूडेंट्स और फैकल्टी दोनों को काफी फायदा मिलेगा. इस एडवांस डाइग्नोस्टिक सेंटर में समय से टेस्टिंग काफी तेज और सटीक होगी. उन्होंने कहा कि अब इससे समय की भी काफी बचत होगी. इसके साथ ही उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारियों का भी इस सहयोग के लिए धन्यवाद दिया. नए डाइग्नोस्टिक सेंटर से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि एकेडमिक इंस्टीट्यूशंस में रिसर्च और ज्यादा मजबूत होगी. इस इन हाउस सेंटर से आईआईटी कानपुर के स्टाफ, फैकल्टी और स्टूडेंट्स एडवांस मेडिकल फैसिलिटी मिलेगी.
सारस्वत पैथोलॉजी के डॉ प्रवीण सारस्वत ने कहा कि इस नए डाइग्नोस्टिक सेंटर से आईआईटी कानपुर की मेडिकल सुविधाओं में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि एडवांस लैब से सही समय पर रोग की पहचान करने के साथ-साथ प्रभावी इलाज किया जा सकता है. लैब में थायरॉइ़ड, हार्मोन्स सीबीसी, केएफटी और एलएफटी के अलावा सभी जरूरी ब्लड टेस्ट किए जाएंगे. बता दें कि डाइग्नोस्टिक सेंटर कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगें, जिसमें एक दिन में 100 लोगों की टेस्टिंग की जा सकेगी.
/ रोहित कश्यप
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