चंपावत, 28 मई . शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की पहल पर समग्र शिक्षा एवं एससीईआरटी उत्तराखंड के निर्देशन में जनपद चंपावत के सभी विकास खंडों में ‘भारतीय भाषा उत्सव समर कैंप’ का सफल आयोजन किया जा रहा है. इन शिविरों का उद्देश्य बच्चों को भारतीय भाषाओं से परिचित कराते हुए उनके व्यक्तित्व विकास, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक समझ को सशक्त बनाना है.
नोडल अधिकारी सीईओ मेहरबान सिंह बिष्ट और डायट प्राचार्य डी. एस. खेतवाल के निर्देशन में जिले के 13 केंद्रों पर समर कैंप संचालित हो रहे हैं. कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एल.एस. यादव और डॉ. अवनीश शर्मा के अनुसार अब तक कुल 621 बच्चों ने इन गतिविधियों में पंजीकरण कराया है.
कैंप में उर्दू, गढ़वाली, संस्कृत, पंजाबी और गुजराती भाषाओं में भाषा कौशल के साथ-साथ रचनात्मक गतिविधियाँ, नवाचार आधारित कार्यक्रम और सांस्कृतिक संवाद आयोजित किए जा रहे हैं. यह न केवल भाषाई विविधता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि भारत की समृद्ध संस्कृति से बच्चों को जोड़ भी रहा है.
भाषा विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को रोचक जानकारियाँ दी जा रही हैं, जिससे बच्चों की सीखने की रुचि और आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही है. कार्यक्रम में डायट प्रवक्ता डॉ. कमल गहतोड़ी, डॉ. लक्ष्मीशंकर, डॉ. पारूल शर्मा, जिला समन्वयक जसवंत पोखरिया मीडिया एवं रिपोर्टिंग में योगदान दे रहे हैं.
वहीं, जिले के सभी विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी, उप शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक और अनुश्रवण टीम में डायट के नवीन उपाध्याय, डॉ. अनिल कुमार मिश्र, अखिलेश श्रीवास्तव, मनोज भाकुनी और दीपक सोराड़ी आदि भी सक्रिय रूप से भागीदारी निभा रहे हैं. डायट प्रवक्ता डॉ कमल गहतोड़ी ने बताया कि इस तरह के कैंपों के माध्यम से बच्चों में भाषायी और सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ शिक्षा में नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल सिद्ध होगी.
/ राजीव मुरारी
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