सीतापुर, 7 अगस्त (Udaipur Kiran) सीतापुर में लगभग पांच माह पूर्व एक समाचार पत्र से जुड़े महोली कस्बे के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े हुई हत्या में शामिल दोनों शूटर को सीतापुर पुलिस एवं एसटीएफ के संयुक्त अभियान में गुरुवार की सुबह मुठभेड़ में मार गिराया गया। मुठभेड़ में मारे गए दोनों अपराधी 1 लाख के इनामिया घोषित हत्या के बाद वांछित चल रहे थे पुलिस लगातार उनका पीछा कर रही थी।
हत्या के कई माह बीत जाने के बाद मारे गए पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई के पारिवारिक जन पूर्व में हत्या के आरोप में जेल भेजे गए एक बाबा एवं पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं थे। एक माह पहले पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई के परिवार से जुड़े लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे उसके बाद से पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था।सीतापुर के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मुठभेड़ के बारे में बताया कि एसटीएफ और सीतापुर पुलिस शूटरों पर नजर रखे हुए थी। मारे गए दोनों बदमाशो की जानकारी महोली कस्बा अंतर्गत पिसावां इलाके में मौजूद होने की थी ।चेकिंग के दौरान बाइक सवार दोनों अपराधियों ने फायरिंग कर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस द्वारा जवाबी कार्यवाही में ढेर कर दिया गया। डॉक्टरों ने जिला अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया।गुरुवार की सुबह हुई मुठभेड़ में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या में शामिल दोनों शूटरों की पहचान मिश्रिख कस्बा अंतर्गत ग्राम अटवा निवासी राजू उर्फ रिजवान गाजी और संजय उर्फ अकील खान के तौर पर हुई है। पुलिस के अनुसार यह दोनों सगे भाई थे। जानकारी के अनुसार इनके पिता मुस्लिम है और मां हिंदू है इसलिए यह दोनों बदमाश दोनों धर्म के नाम का प्रयोग करते थे।
8 मार्च को हुई थी पत्रकार राघवेंद्र की हत्यापत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या 8 मार्च को दिनदहाड़े हेमपुर ओवरब्रिज पर कर दी गई थी। इस चर्चित हत्याकांड के बाद जिले में पत्रकार संगठनों एवं राजनीतिक दलों के लोगों ने पुलिस पर घटना के खुलासे का दबाव बनाया था। उसके बाद तत्कालीन एसपी चक्रेश मिश्रा ने इस घटना का खुलासा कर कारे देव मंदिर के तथाकथित पुजारी शिवानंद उर्फ विकास राठौर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस के अनुसार पत्रकार ने पुजारी शिवानंद को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसलिए शिवानंद ने ही पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या की साजिश रची और गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों को ही बाबा शिवानंद ने हत्या की सुपारी दी थी।पुलिस मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों के पास एक स्टेनगन सहित अन्य हथियार बरामद होने का दावा पुलिस ने किया है।
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(Udaipur Kiran) / Mahesh Sharma
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