दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वामी यशवीर महाराज और उनके समर्थकों द्वारा होटल और ढाबा संचालकों की पहचान के लिए चलाए गए अभियान को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का वीडियो प्रसारित हो रहा है। वीडियो में वह कहते हैं कि होटल और ढाबों पर नाम-धर्म की जांच तो छोड़िए, सभी होटलों पर एक संकेत होना चाहिए। जिसमें वेज-नॉनवेज का संकेत होना चाहिए। महाराष्ट्र में यही पैटर्न अपनाया गया है। इस मामले में स्थानीय प्रशासन को शामिल किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का एक वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें वह एक युवक द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते नजर आ रहे हैं।
साथ ही हाथ में एक पर्चा भी है, जिसमें वेज-नॉनवेज का संकेत बताने के लिए हरे और लाल निशान का इस्तेमाल किया गया है। उनका कहना है कि होटल और ढाबों पर इसी तरह का संकेत होना चाहिए। उन्होंने एक बड़े होटल का भी जिक्र किया है, जो नैनवेज था। धार्मिक मार्ग होटल नहीं चल सका। संकेत होने से व्यक्ति ध्यान दे सकता है और अपनी सुविधा के अनुसार खा सकता है। कहने की जरूरत नहीं कि जो लोग नाम-धर्म की जांच करना चाहते हैं, वे विरवीर हैं। हमें उनसे बचते रहना होगा, तभी बात बनेगी। उनका कहना है कि महाराष्ट्र में संकेत व्यवस्था है। जहां अंडा-मांस बनता है, वहां लाल निशान लगाया जाए और जहां शुद्ध भोजन बनता है, वहां हरा निशान लगाया जाए। इस मामले पर प्रशासन से चर्चा की जाएगी।
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