इंटरनेट डेस्क। संसद के मानसूत्र सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है। खबरों के अनुसार, जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके साथ ही जगदीप धनखड़ आजादी के बाद कार्यकाल के दौरान इस्तीफा देने वाले देश के तीसरे राष्ट्रपति बन गए हैं। वीवी गिरी और आर वेंकटरमन इससे पहले ऐसा कर चुके है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से मोदी सरकार के अलावा भाजपा में भी बड़े बदलावों के संकेत मिलने लगे हैं। धनखड़ ने अपने पद से ऐसे समय पर इस्तीफा दिया जब भारतीय जनता पार्टी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में जुटी हुई है।
अब भाजपा को पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ ही नए उपराष्ट्रपति की भी तलाश करनी होगी। एडीए सरकार में शामिल अन्य दलों को साथ लेकर उसे उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की तलाश करनी होगी। वहीं भाजपा को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए ऐसे उम्मीदवार की तलाश है, जो 2029 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करने में मददगार बन सके। साथ ही एनडीए सरकार की उपलब्धियों को भी आगे बढ़ा सके।
मोदी सरकार की कैबिनेट विस्तार के भी कयास
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से मोदी सरकार की कैबिनेट विस्तार के भी कयास लगने लगे हैं। हालांकि, इस संबंध में अभी तक सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ जानकार नहीं दी गई है। खबरों के अनुसार, कैबिनेट में कुछ नए चेहरे शामिल किया जा सकता है। वहीं, कुछ मौजूदा मंत्रियों को नए पदों पर भेजने के संकेत भी मिल रहे हैं।
PC:thestatesman
अपडेट खबरों के लिए हमारावॉट्सएप चैनलफोलो करें
You may also like
Goldman Sachs के पोर्टफोलियो में शामिल स्टॉक में हैवी बाइंग, कंपनी को विदेश में मिला ₹6,800 करोड़ का प्रोजेक्ट
पंजाब के रिटायर्ड IPS 88 साल के इंदरजीत सिंह चंडीगढ़ की गलियों में करते हैं सफाई, कारण जानकर सैल्यूट करेंगे आप
कालापानी-लिंपियाधुरा-लिपुलेख... भारत और नेपाल सीमा विवाद की कहानी, 6 साल बाद बातचीत शुरू करने जा रहे दोनों देश
एमपी में गजब का हुआ कमाल! विदिशा में पुलिस ने 8 से 10 साल पहले मरे लोगों पर केस दर्ज किया
कर्नाटक: पत्नी के खिलाफ पति ने जान से मारने की शिकायत कराई दर्ज, फिर भी बना आरोपी!