इंटरनेट डेस्क। भारत के बैंकिंग सेक्टर में एक बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे है। अगर ऐसा हो जाता हैं तो कई छोटे बैंक खत्म हो जाएंगे। यानी के यू कह सकते हैं की उनका विलय बड़े बैंकों में हो जाएगा। खबरें हैं कि दरअसल, सरकार छोटे सरकारी बैंकों के मर्जर की दिशा में आगे बढ़ रही है ऐसे में छोटे बैंकों का विलय बड़े बैंकों के साथ हो सकता है।
हो सकता हैं विलय
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट की माने तो इस मर्जर का उद्देश्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को और सुव्यवस्थित करना है, ताकि बैंकों की संख्या कम हो और एक इकाई के तौर पर बैंक मजबूत हों। सरकारी सूत्रों ने बताया कि इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र का पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और भारतीय स्टेट बैंक जैसे बड़े बैंकों के साथ विलय किया जा सकता है।
प्रस्ताव तैयार किया जा रहा
मीडिया रिपोटर्स की माने तो इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र को पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे बड़े बैंकों के साथ विलय करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
pc- blog.credgenics.com
You may also like
मतदाता सूची में सुधार किए बिना चुनाव कराना लोकतंत्र का मजाक उड़ाने जैसा: संजय राउत
बिहार चुनावः बिरहा गायक ओमप्रकाश दीवाना ने मोहनिया सीट से बसपा के सिंबल पर किया नामांकन
इथियोपिया और भारत के थल सेना प्रमुखों ने की मुलाकात, रक्षा सहयोग मजबूत करने पर हुई चर्चा
अफ़ग़ानिस्तान को जंग में हराना क्यों है मुश्किल?
चयनकर्ता बनना मेरे करियर की सबसे बड़ी चुनौती: अजीत अगरकर