महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) द्वारा इस कार्य को अंजाम दिया जाता है। कलेक्टर ने इन समूहों को निर्देशित किया है कि यूनिफॉर्म की कटाई और सिलाई के हर चरण में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि केवल सिलाई का पूरा होना पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि यूनिफॉर्म पहनने में आरामदायक हो और देखने में भी आकर्षक लगे।
कलेक्टर इस प्रक्रिया की निगरानी स्वयं कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी कार्य सही तरीके से हों और सबसे महत्वपूर्ण बात, यूनिफॉर्म समय पर बच्चों तक पहुँच जाए। यह कदम दर्शाता है कि सरकार केवल बच्चों को यूनिफॉर्म प्रदान करने तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि उन्हें ऐसी यूनिफॉर्म देना चाहती है जिस पर वे गर्व महसूस करें। उच्च गुणवत्ता की यूनिफॉर्म बच्चों के स्कूल जाने के उत्साह को बढ़ाती है और उन्हें गरिमापूर्ण अनुभव प्रदान करती है।
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