यह कोई रहस्य नहीं है कि घर के बड़े-बुजुर्गों द्वारा अपनाई जाने वाली कुछ स्वस्थ आदतें आज भी उतनी ही कारगर हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐसी आदतों के पीछे छिपे वैज्ञानिक दृष्टिकोण को भी समझाने की कोशिश करते हैं। खाली पेट पानी पीना इन्हीं स्वस्थ आदतों में से एक है। यह आदत सेहत के लिए फायदेमंद है और कई लोगों की सुबह की दिनचर्या का हिस्सा है। लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह खाली पेट पानी पीना एक अच्छी आदत तो है, लेकिन कुछ लोगों की सेहत के लिए यह ठीक नहीं है। तो, इस खबर के ज़रिए जानें कि यह किन लोगों के लिए ठीक नहीं है।क्या पानी पीने की आदत भी अच्छी नहीं है? इस तरह का सवाल कई लोगों के मन में उठ सकता है। पानी पीना निश्चित रूप से कोई बुरी आदत नहीं है। लेकिन जो लोग किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए सुबह उठते ही खाली पेट पानी पीना सेहत के लिए अच्छा नहीं है। इससे फायदे से ज़्यादा नुकसान होता है। इसलिए, खाली पेट पानी पीने की आदत डालने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।खाली पेट पानी पीना किसे अच्छा नहीं लगता?आमतौर पर, मुँह या दंत रोगों से ग्रस्त लोगों को खाली पेट सीधे पानी पीने से बचना चाहिए। इसमें पायरिया (मसूड़ों की बीमारी), मुँह के छाले और मुँह का कैंसर जैसी समस्याएँ शामिल हैं। विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि इन बीमारियों की उपस्थिति में, मुँह में मौजूद लार हानिकारक तत्वों और संक्रमणों को जन्म दे सकती है। ऐसे लोग अगर सुबह उठते ही पानी पीते हैं और पानी के साथ लार निगल लेते हैं, तो हानिकारक तत्व शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिए, ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को पानी पीने से पहले अच्छी तरह कुल्ला करना चाहिए। इससे मुँह में मौजूद बैक्टीरिया और विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएँगे। इसके बाद, पानी पीने के लिए सुरक्षित हो जाएगा।स्वस्थ व्यक्तियों के लिए, लार को थूकने की बजाय निगलना बेहतर माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लार में मौजूद एंजाइम पाचन प्रक्रिया को सुगम बनाते हैं और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करते हैं। इसलिए, अनावश्यक रूप से लार को थूकना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। खाली पेट ठीक से पानी पीने और मौखिक स्वच्छता बनाए रखने से हमारा संपूर्ण स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।
You may also like
Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की शानदार स्कीम! 5000 रुपये महीना निवेश करें और 8.5 लाख रुपये कमाएं
यह जीत सिर्फ खिताब के लिए ही नहीं, मानसिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है : कोच दीपक कुमार
Heart Attack Awareness: क्या आपको अचानक साँस लेने में तकलीफ़ हो रही है या चक्कर आ रहे हैं? तो अभी हो जाएं सावधान
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सलवाद के खिलाफ अमित शाह के बयान को सराहा
काशी में ओलंपियन शाहिद के मकानों पर क्यों चला बुलडोजर? शादी समारोह और मुआवजे की इनसाइड स्टोरी