उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सहकारिता विभाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है । एक व्यक्ति अपने मृत भाई के नाम पर 26 वर्षों तक नौकरी कर रहा था और मृतक की पत्नी पेंशन ले रही थी। इस घोटाले का खुलासा एक आरटीआई के जरिए हुआ। इस मामले में आरोपी अब महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हो चुका है। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मृतक के दो भाइयों व पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज
प्राप्त जानकारी के अनुसार बकेवर थाना क्षेत्र के दरी खुर्द गांव के दिनेश कुमार शुक्ला 20 अप्रैल 1993 को दिल्ली के सीलमपुर फेस-3 स्थित नगर निगम के स्कूल में शिक्षक थे। उन्होंने 1997 में लखनऊ में लोअर सब-ऑर्डिनेट की परीक्षा भी दी थी। परीक्षा पास करने के बाद उनका चयन एडीओ के पद पर हुआ था। 25 अप्रैल 1997 को उनकी नियुक्ति से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई।
इस दौरान मृतक की पत्नी अनसूया और चौथे भाई कैलाश नारायण शुक्ला, तीसरे भाई नरेश कुमार शुक्ला के साथ मिलकर स्वर्गीय दिनेश कुमार शुक्ला के रूप में काम करते थे। मामला तब प्रकाश में आया जब मृतक के दूसरे भाई मुकेश कुमार शुक्ला ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की।
आरटीआई घोटाला उजागर
फिलहाल डीएम ने उन्हें निलंबित कर दिया है। इसके बाद नरेश कुमार हाईकोर्ट चले गए और वहां से स्थगन आदेश लेकर काम करने लगे। अब 26 साल की सेवा के बाद वह सेवानिवृत्त हो गए हैं। उधर, दूसरे भाई ने आरटीआई दाखिल कर घोटाले का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक के दो भाइयों और उसकी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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