इस्लामाबाद: पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व भारत और अफगानिस्तान की मजबूत होती दोस्ती से तिलमिलाया हुआ है। अब पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने अफगान तालिबान पर भारत समर्थित आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया है। मुनीर ने चेतावनी दी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाएगा। मुनीर ने खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर में गुरुवार को कबायली नेताओं के साथ एक बैठक के दौरान यह बात कही है। मुनीर की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तानी सेना के खिलाफ टीटीपी के हमलों को लेकर अफगानिस्तान से तनाव चल रहा है।   
   
भारत के खिलाफ उगला जहर
कबायली नेताओं के साथ बैठक के दौरान मुनीर ने अफगानिस्तान के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखने की इच्छा दोहराई, लेकिन भारत के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आए। मुल्ला मुनीर के नाम से मशहूर पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा कि इस्लामाबाद के शांति के प्रयासों के बावजूद तालिबान भारत से जुड़े आतंकवादी समूहों की सहायता करता रहा है।
   
पाकिस्तानी आर्मी चीफ की पश्तून कबायली नेताओं के साथ बैठक इस बात का साफ सबूत है कि टीटीपी के हमलों ने पाकिस्तानी सेना को झकझोर दिया है और उसे मदद की जरूरत पड़ रही है। इस दौरान मुनीर ने पाकिस्तानी सेना और चरमपंथी समूहों के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के समर्थन के लिए कबायली नेताओं की तारीफ की।
   
केपी में पाकिस्तानी सेना का अभियान तेज
पाकिस्तानी सेना ने हाल के हफ्तों में खैबर पख्तूनख्वा (KP) में आतंकवाद-विरोधी अभियान तेज कर दिया है। इस्लामाबाद ने बार-बार पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय आतंकवादियों को पनाह देने और उनकी मदद करने का आरोप लगाया है। इसने काबुल से ठोस कार्रवाई करने का आह्वान किया है। हालांकि, अफगान तालिबान ने इन आरोपों से बार-बार इनकार किया है और पाकिस्तान में चरमपंथी हिंसा को इस्लामाबाद की अंदरूनी समस्या बताया है। तालिबान ने कहा है कि वह किसी भी देश के खिलाफ हमले के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा।
  
भारत के खिलाफ उगला जहर
कबायली नेताओं के साथ बैठक के दौरान मुनीर ने अफगानिस्तान के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखने की इच्छा दोहराई, लेकिन भारत के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आए। मुल्ला मुनीर के नाम से मशहूर पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा कि इस्लामाबाद के शांति के प्रयासों के बावजूद तालिबान भारत से जुड़े आतंकवादी समूहों की सहायता करता रहा है।
पाकिस्तानी आर्मी चीफ की पश्तून कबायली नेताओं के साथ बैठक इस बात का साफ सबूत है कि टीटीपी के हमलों ने पाकिस्तानी सेना को झकझोर दिया है और उसे मदद की जरूरत पड़ रही है। इस दौरान मुनीर ने पाकिस्तानी सेना और चरमपंथी समूहों के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के समर्थन के लिए कबायली नेताओं की तारीफ की।
केपी में पाकिस्तानी सेना का अभियान तेज
पाकिस्तानी सेना ने हाल के हफ्तों में खैबर पख्तूनख्वा (KP) में आतंकवाद-विरोधी अभियान तेज कर दिया है। इस्लामाबाद ने बार-बार पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय आतंकवादियों को पनाह देने और उनकी मदद करने का आरोप लगाया है। इसने काबुल से ठोस कार्रवाई करने का आह्वान किया है। हालांकि, अफगान तालिबान ने इन आरोपों से बार-बार इनकार किया है और पाकिस्तान में चरमपंथी हिंसा को इस्लामाबाद की अंदरूनी समस्या बताया है। तालिबान ने कहा है कि वह किसी भी देश के खिलाफ हमले के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देगा।
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