इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के जी-11 न्यायिक परिसर के बाहर हुए आत्मघाती धमाके ने पूरे देश को दहला दिया है। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे हुए इस विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों घायल हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, विस्फोट जिला और सत्र न्यायालय की मुख्य इमारत के बाहर हुआ, जहां एक आत्मघाती हमलावर ने पुलिस वाहन के पास खुद को उड़ा लिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जलती हुई कार, धुएं के गुबार और भगदड़ के दृश्य सामने आए हैं। धमाके बाद पूरे परिसर में अफरातफरी मच गई और चारों तरफ लाशें ही लाशें दिखाई दे रही थी। घटनास्थल को पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने इलाके को घेर लिया।
वहीं, इस आत्मघाती धमाके के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसे पाकिस्तान के लिए 'वेक अप कॉल' करार दिया है। उन्होंने कहा, "हम युद्ध की स्थिति में हैं। जो लोग यह समझते हैं कि पाकिस्तान की सेना यह लड़ाई सिर्फ अफगान-पाक सीमा या बलूचिस्तान के दूरस्थ इलाकों में लड़ रही है, आज का यह आत्मघाती हमला उनका भ्रम तोड़ने के लिए है।"
ख्वाजा आसिफ ने दी तालिबान को चेतावनी
ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि आतंकवाद अब शहरी इलाकों में फिर से सिर उठा रहा है और ऐसी स्थिति में काबुल पर शासन करने वाले तालिबान से बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कार को जलता देखा जा रहा है और धुएं का गुबार उठता भी दिख रहा है। चश्मदीदों ने कहा है कि कम से कम 6 किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनी गई है। एक चश्मदीद ने कहा कि "जैसे ही मैंने अपनी कार पार्क की और परिसर में प्रवेश किया... मैंने गेट पर एक जोरदार धमाका सुना।" विस्फोट के बाद लोग भाग गए और इलाके में वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस घटना को “आत्मघाती हमला” बताते हुए मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। वहीं, सरकारी सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह संकेत मिले हैं कि हमलावर अदालत परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता की वजह से गेट पर ही उसने विस्फोट कर दिया। वकील रुसतम मलिक, जो उस वक्त परिसर में मौजूद थे, उन्होंने डॉन को बताया कि “जैसे ही मैंने गाड़ी पार्क की, एक जोरदार धमाका हुआ। हर तरफ अफरातफरी थी… लोग जान बचाने के लिए भाग रहे थे। मैंने गेट पर दो लाशें देखीं और कई गाड़ियां जल रही थीं।”
वहीं, इस आत्मघाती धमाके के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इसे पाकिस्तान के लिए 'वेक अप कॉल' करार दिया है। उन्होंने कहा, "हम युद्ध की स्थिति में हैं। जो लोग यह समझते हैं कि पाकिस्तान की सेना यह लड़ाई सिर्फ अफगान-पाक सीमा या बलूचिस्तान के दूरस्थ इलाकों में लड़ रही है, आज का यह आत्मघाती हमला उनका भ्रम तोड़ने के लिए है।"
ख्वाजा आसिफ ने दी तालिबान को चेतावनी
ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि आतंकवाद अब शहरी इलाकों में फिर से सिर उठा रहा है और ऐसी स्थिति में काबुल पर शासन करने वाले तालिबान से बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कार को जलता देखा जा रहा है और धुएं का गुबार उठता भी दिख रहा है। चश्मदीदों ने कहा है कि कम से कम 6 किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनी गई है। एक चश्मदीद ने कहा कि "जैसे ही मैंने अपनी कार पार्क की और परिसर में प्रवेश किया... मैंने गेट पर एक जोरदार धमाका सुना।" विस्फोट के बाद लोग भाग गए और इलाके में वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस घटना को “आत्मघाती हमला” बताते हुए मरने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। वहीं, सरकारी सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह संकेत मिले हैं कि हमलावर अदालत परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता की वजह से गेट पर ही उसने विस्फोट कर दिया। वकील रुसतम मलिक, जो उस वक्त परिसर में मौजूद थे, उन्होंने डॉन को बताया कि “जैसे ही मैंने गाड़ी पार्क की, एक जोरदार धमाका हुआ। हर तरफ अफरातफरी थी… लोग जान बचाने के लिए भाग रहे थे। मैंने गेट पर दो लाशें देखीं और कई गाड़ियां जल रही थीं।”
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