77.21 lakh people visited Atal Bridge in last 3 years
— The Index of Gujarat (@IndexofGujarat) October 30, 2025
🔹 Earned 27.41 cr
🔹 37% of cost recovered just by tickets
Imagine the growth of surrounding economic activities pic.twitter.com/KxheG3fM6D
साबरमती नदी पर यह है पुल
सोशल मीडिया पर छाए इस ब्रिज को अहमदाबाद नगर निगम (AMC) ने तैयार किया है। 27 अगस्त, 2027 को इस ब्रिज का शुभारंभ किया गया था। साबरमती रिवरफ्रंट पर बने इस ब्रिज का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह ब्रिज सिर्फ पैदल लोगों को नदी के किनारे से दूरे किनारे जाने की सहूलियत देता है। पर्यटकों की दृष्टि से बनाया गया यह ब्रिज नगर निगम के लिए गेमचेंजर साबित हो रहा है बल्कि अहमदाबाद का नया लैंडमार्क बन गया है। इस ब्रिज की यात्रा अभी तक करीब 77.21 लाख लोग कर चुके हैं। तीनगुसाल में इन लोगों से ब्रिज को 24.71 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। नदी पर बने पुल के कमाई करने पर लोग आश्चर्य भी जता रहे हैं तो वहीं काफी यूजर्स सोशल मीडिया पर इस मॉडल को अच्छा भी बता रहे हैं।
Atal Bridge is a NOT a traditional pedestrian bridge. 🤦
— Rahul Srinivas (@whizkidd) October 31, 2025
It's part of a larger tourist attraction/area where people come to chill and spend some time.
Look at the crowd.
People absolutely don't mind spending money to access (not cross) it.
Video Source: Me https://t.co/88MHy9a7Ok pic.twitter.com/XElkrAauNj
PM मोदी ने दिया था आईडिया
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) इस ब्रिज का निर्माण एक टूरिस्ट प्वाइंट ऑफ व्यू से किया था।शुरुआत में इस ब्रिज पर कोई टिकट नहीं था लेकिन पीएम मोदी के कहने पर गुजरात सरकार ने इस पर एक जाने के लिए एक शुल्क निर्धारित किया था। इस का खुलासा इसी साल पीएम मोदी ने खुद गुजरात दौरे में किया था। केवल पैदल यात्रियों के लिए बना यह पुल रिवरफ्रंट पर एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण बन गया है।
Atal Bridge is a NOT a traditional pedestrian bridge. 🤦
— Rahul Srinivas (@whizkidd) October 31, 2025
It's part of a larger tourist attraction/area where people come to chill and spend some time.
Look at the crowd.
People absolutely don't mind spending money to access (not cross) it.
Video Source: Me https://t.co/88MHy9a7Ok pic.twitter.com/XElkrAauNj
बड़ी संख्या में पहुंचते हैं लोग
यह साबरमती नदी पर बना है और पश्चिमी तट पर स्थित फूलों के बगीचे को पूर्वी तट पर बन रहे कला एवं संस्कृति केंद्र से जोड़ता है। इसका अनूठा डिज़ाइन अहमदाबाद के जीवंत पतंग उत्सव (उत्तरायण) से प्रेरित है। यह पुल प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से रात 9:00 बजे तक खुला रहता है। आगंतुकों के लिए मामूली प्रवेश शुल्क लिया जाता है, जबकि 3 साल से कम उम्र के बच्चों और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए प्रवेश निःशुल्क है। इसमें बैठने की जगह शामिल है, और यह नदी के दोनों किनारों पर बहु-स्तरीय कार पार्किंग सुविधाओं से जुड़ा हुआ है।
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