कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि जो भी प्रवासी मजदूर बंगाल वापस आना चाहते हैं, आ जाएं। सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा देगी। ममता ने यहां तक कहा कि मुंबई, उत्तर प्रदेश या राजस्थान में रहने की कोई जरूरत नहीं है। बंगाल आइए, मैं आपको रोटी और सुरक्षा दूंगी।
ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं शायद आपको पिठा या पायस (बंगाली मिठाइयां) नहीं खिला पाऊं। अगर हम एक रोटी खाते हैं, तो आपको भी एक रोटी जरूर देंगे। आपको उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र या राजस्थान में रहने के जरूरत नहीं हैं। आप यहां शांति से रह सकते हैं।'
'हम आपको वापस लाएंगे'ममता बनर्जी ने कहा कि आपके पास बंगाल पुलिस का हेल्पलाइन नंबर है। कोई समस्या हो तो हमसे संपर्क करें। हमें बताएं कि आप कब बंगाल में वापस आना चाहते हैं। हम आपको ट्रेन से सम्मान से वापस लाएंगे। बंगाल सीएम ने यह बात तृणमूल कांग्रेस के शांतिनिकेतन में पहले भाषा आंदोलन मार्च से पहले कही।
नौकरी और राशन कार्ड देने का वादामुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल के लगभग 22 लाख प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने उन सभी को राशन कार्ड, हेल्थ कार्ड और नौकरी देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि हम आपको सोशल सिक्योरिटी देंगे और आपके बच्चों का स्कूलों में एडमिशन भी करवाएंगे।
ममता बनर्जी ने कहा, बनाएं रणनीतिममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल प्रवासी श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष समीरुल इस्लाम से कहा कि चीफ सेक्रेटरी के साथ बैठक करें। उन्होंने कहा कि राज्य के कानून और श्रम मंत्री मोलोय घटक को भी साथ लें। प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए एक योजना बनाएं। ममता बनर्जी का यह बयान बोलपुर के गीतांजलि स्टेडियम में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान आया।
भाषा आंदोलन मार्च में शामिल हुईं ममताममता बनर्जी ने भाषा आंदोलन मार्च का नेतृत्व किया। यह मार्च टूरिस्ट लॉज क्रॉसिंग से जांबोनी बस स्टैंड तक 3 किलोमीटर तक चला। ममता ने कहा कि वह बांग्ला और बंगाली अस्मिता के लिए अपनी जान भी दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हूं। हम एकता चाहते हैं। लोगों को धमकाना और परेशान करना हमारा तरीका नहीं है।
बीजेपी पर लगाया देश को तोड़ने का आरोपममता बनर्जी ने कहा कि देश में एक बड़ी साजिश चल रही है। असम सरकार ने अलीपुरद्वार में एक आदिवासी परिवार को NRC नोटिस भेजा। महाराष्ट्र में मतुआ लोगों को सताया जा रहा है। मैं अब अपने इस देश को पहचान भी नहीं पा रही हूं। जिस देश को मैं जानती हूं, वह सभी लोगों को साथ लेकर चलता है। मेरा देश सभी को खुशहाल रखता है। अगर वे (BJP) इसी तरह करती रही तो देश टूट जाएगा। यह उनकी साजिश है।
बंगाल के कामों का किया जिक्रममता बनर्जी ने यह भी पूछा कि बंगाल के निवासियों के पास सभी जरूरी दस्तावेज हैं, इसके बाद भी उन्हें बांग्लादेश क्यों भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि याद रखें, यह बंगाल है। बंगाल ने स्वतंत्रता संग्राम में देश का नेतृत्व किया। देश से सती प्रथा को खत्म किया और विधवा पुनर्विवाह किया। हमें मत आजमाओ।
'बंगालियों में काबिलियत'ममता ने आगे कहा कि कई लोग पूछते हैं कि बंगाली दूसरे राज्यों में क्यों काम कर रहे हैं? हम उन्हें बता दें कि बंगालियों को उनकी काबिलियत के कारण काम मिलता है। यहां दूसरे राज्यों से 1.5 करोड़ प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं। हम उनके साथ बुरा व्यवहार नहीं करते हैं। आप ऐसा क्यों करते हैं?
'बंगाल नहीं बंटेगा'ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल अपने लोगों का ख्याल रखेगा, चाहे वे कोई भी हों और कहीं भी हों। वह किसी को भी बंगाली को परेशान नहीं करने देंगी। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बंगाल ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने लोगों से एकजुट रहने और देश को बचाने की अपील की। कहा कि बंगाल हमेशा से ही एकता और भाईचारे का प्रतीक रहा है। वह इसे बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करेंगी।
ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं शायद आपको पिठा या पायस (बंगाली मिठाइयां) नहीं खिला पाऊं। अगर हम एक रोटी खाते हैं, तो आपको भी एक रोटी जरूर देंगे। आपको उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र या राजस्थान में रहने के जरूरत नहीं हैं। आप यहां शांति से रह सकते हैं।'
'हम आपको वापस लाएंगे'ममता बनर्जी ने कहा कि आपके पास बंगाल पुलिस का हेल्पलाइन नंबर है। कोई समस्या हो तो हमसे संपर्क करें। हमें बताएं कि आप कब बंगाल में वापस आना चाहते हैं। हम आपको ट्रेन से सम्मान से वापस लाएंगे। बंगाल सीएम ने यह बात तृणमूल कांग्रेस के शांतिनिकेतन में पहले भाषा आंदोलन मार्च से पहले कही।
नौकरी और राशन कार्ड देने का वादामुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल के लगभग 22 लाख प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में काम कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने उन सभी को राशन कार्ड, हेल्थ कार्ड और नौकरी देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि हम आपको सोशल सिक्योरिटी देंगे और आपके बच्चों का स्कूलों में एडमिशन भी करवाएंगे।
ममता बनर्जी ने कहा, बनाएं रणनीतिममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल प्रवासी श्रमिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष समीरुल इस्लाम से कहा कि चीफ सेक्रेटरी के साथ बैठक करें। उन्होंने कहा कि राज्य के कानून और श्रम मंत्री मोलोय घटक को भी साथ लें। प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए एक योजना बनाएं। ममता बनर्जी का यह बयान बोलपुर के गीतांजलि स्टेडियम में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान आया।
भाषा आंदोलन मार्च में शामिल हुईं ममताममता बनर्जी ने भाषा आंदोलन मार्च का नेतृत्व किया। यह मार्च टूरिस्ट लॉज क्रॉसिंग से जांबोनी बस स्टैंड तक 3 किलोमीटर तक चला। ममता ने कहा कि वह बांग्ला और बंगाली अस्मिता के लिए अपनी जान भी दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हूं। हम एकता चाहते हैं। लोगों को धमकाना और परेशान करना हमारा तरीका नहीं है।
बीजेपी पर लगाया देश को तोड़ने का आरोपममता बनर्जी ने कहा कि देश में एक बड़ी साजिश चल रही है। असम सरकार ने अलीपुरद्वार में एक आदिवासी परिवार को NRC नोटिस भेजा। महाराष्ट्र में मतुआ लोगों को सताया जा रहा है। मैं अब अपने इस देश को पहचान भी नहीं पा रही हूं। जिस देश को मैं जानती हूं, वह सभी लोगों को साथ लेकर चलता है। मेरा देश सभी को खुशहाल रखता है। अगर वे (BJP) इसी तरह करती रही तो देश टूट जाएगा। यह उनकी साजिश है।
बंगाल के कामों का किया जिक्रममता बनर्जी ने यह भी पूछा कि बंगाल के निवासियों के पास सभी जरूरी दस्तावेज हैं, इसके बाद भी उन्हें बांग्लादेश क्यों भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि याद रखें, यह बंगाल है। बंगाल ने स्वतंत्रता संग्राम में देश का नेतृत्व किया। देश से सती प्रथा को खत्म किया और विधवा पुनर्विवाह किया। हमें मत आजमाओ।
'बंगालियों में काबिलियत'ममता ने आगे कहा कि कई लोग पूछते हैं कि बंगाली दूसरे राज्यों में क्यों काम कर रहे हैं? हम उन्हें बता दें कि बंगालियों को उनकी काबिलियत के कारण काम मिलता है। यहां दूसरे राज्यों से 1.5 करोड़ प्रवासी मजदूर काम कर रहे हैं। हम उनके साथ बुरा व्यवहार नहीं करते हैं। आप ऐसा क्यों करते हैं?
'बंगाल नहीं बंटेगा'ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल अपने लोगों का ख्याल रखेगा, चाहे वे कोई भी हों और कहीं भी हों। वह किसी को भी बंगाली को परेशान नहीं करने देंगी। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बंगाल ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने लोगों से एकजुट रहने और देश को बचाने की अपील की। कहा कि बंगाल हमेशा से ही एकता और भाईचारे का प्रतीक रहा है। वह इसे बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करेंगी।
You may also like
भारतीय प्रतिनिधिमंडल और सीरियाई विदेश मंत्री की मुलाकात, द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा
विश्व एआई सम्मेलन-2025 का समापन हुआ
60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वीआईपी, सीट को लेकर महागठबंधन में कोई विवाद नहीं : मुकेश सहनी
शी चिनफिंग ने विश्व युवा शांति सम्मेलन को पत्र भेजा
सोने की कीमत में मामूली गिरावट, चांदी के बढ़े दाम