नई दिल्ली: फेस्टिव सीजन को देखते हुए मिलावटखोरों के खिलाफ फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट का एक्शन शुरू हो गया है। अधिकारियों ने मिठाई से लेकर खाने के दूसरे आइटम बनाने वाली नामी कंपनियों पर छापेमारी की, जिसमें हैरत करने वाले मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का दावा है कि एक नामी कंपनी जले हुए तेल का इस्तेमाल कर रही है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है। जले हुए तेल और उससे बने आइटम के सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं।
बदला जांच अभियान का पैटर्नफूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने 20 सितंबर से जांच अभियान शुरू किया है। लेकिन इस बार जांच का पैटर्न बदल दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अब वह एक ही दिन में किसी नामी कंपनी की पूरी चेन पर एक साथ छापेमारी कर रहे हैं, जबकि पहले अलग-अलग इलाकों में अलग अलग दुकान पर छापेमारी होती थी। इस बदले हुए पैटर्न की वजह से कंपनियों की गड़बड़ियां तेजी से सामने आ रही हैं।
छापेमारी कर खाने की क्वॉलिटी की जांच की जा रही अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते एक नामी कंपनी के 10 से ज्यादा चेन पर एक साथ छापेमारी की गई, जिसमें जला हुआ तेल इस्तेमाल करने की बात सामने आई। सैपल जांच के लिए लैब भेजा गया है और रिपोर्ट 14 दिन में आने की उम्मीद है। सूत्रों का कहना है कि इस बार नामी कंपनियों के चेन पर खास निगरानी रखी जा रही है। सभी नामी कंपनियों की लिस्ट तैयार कर ली गई है और अलग-अलग दिन एक ही कंपनी के कई चेन पर छापेमारी कर खाने की क्वॉलिटी की जांच की जा रही है।
जला हुआ तेल लिवर को करेगा बीमारजीबी पंत अस्पताल के डॉ सिद्धार्थ श्रीवास्तव बताते हैं कि जले हुए तेल से तैयार खाना सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। यह सीधे लिवर और आंत पर असर डालता है। लंबे समय तक ऐसे प्रोडक्ट लेने से लिवर की गंभीर बीमारी हो सकती है। अगर खाने के बाद जी मिचलाना, उल्टी या पेट में मरोड़ जैसी परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉ श्रीवास्तव ने अपील की है कि फेस्टिव सीजन में तली-भुनी और चमकदार मिठाइयों से बचें।
बदला जांच अभियान का पैटर्नफूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने 20 सितंबर से जांच अभियान शुरू किया है। लेकिन इस बार जांच का पैटर्न बदल दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अब वह एक ही दिन में किसी नामी कंपनी की पूरी चेन पर एक साथ छापेमारी कर रहे हैं, जबकि पहले अलग-अलग इलाकों में अलग अलग दुकान पर छापेमारी होती थी। इस बदले हुए पैटर्न की वजह से कंपनियों की गड़बड़ियां तेजी से सामने आ रही हैं।
छापेमारी कर खाने की क्वॉलिटी की जांच की जा रही अधिकारियों ने बताया कि पिछले हफ्ते एक नामी कंपनी के 10 से ज्यादा चेन पर एक साथ छापेमारी की गई, जिसमें जला हुआ तेल इस्तेमाल करने की बात सामने आई। सैपल जांच के लिए लैब भेजा गया है और रिपोर्ट 14 दिन में आने की उम्मीद है। सूत्रों का कहना है कि इस बार नामी कंपनियों के चेन पर खास निगरानी रखी जा रही है। सभी नामी कंपनियों की लिस्ट तैयार कर ली गई है और अलग-अलग दिन एक ही कंपनी के कई चेन पर छापेमारी कर खाने की क्वॉलिटी की जांच की जा रही है।
जला हुआ तेल लिवर को करेगा बीमारजीबी पंत अस्पताल के डॉ सिद्धार्थ श्रीवास्तव बताते हैं कि जले हुए तेल से तैयार खाना सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। यह सीधे लिवर और आंत पर असर डालता है। लंबे समय तक ऐसे प्रोडक्ट लेने से लिवर की गंभीर बीमारी हो सकती है। अगर खाने के बाद जी मिचलाना, उल्टी या पेट में मरोड़ जैसी परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉ श्रीवास्तव ने अपील की है कि फेस्टिव सीजन में तली-भुनी और चमकदार मिठाइयों से बचें।
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