नासिक: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के नासिक में बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने नासिक के इगतपुरी से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल 5 आरोपी पकड़े हैं। इनके पास से 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, सोना, लग्जरी कारें और भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है।
अमेजन सपोर्ट का फर्जी कॉल सेंटर
सीबीआई ने प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि एजेंसी ने 8 अगस्त को साइबर फ्रॉड मामले में मुंबई के 6 आरोपियों के साथ-साथ कुछ अज्ञात निजी व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। एफआईआर में आरोप है कि आरोपियों ने आपस में और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ आपराधिक साजिश रची। उन्होंने अमेजन सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के रूप में एक फर्जी कॉल सेंटर बनाया। इसके बाद पिशिंग कॉल और भ्रामक कॉल करके लोगों से वित्तीय धोखाधड़ी की।
अमेरिका, कनाडा समेत अन्य देशों के लोगों से करते थे ठगी
यह आरोपी अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के लोगों को धोखा दे रहे थे। आरोपियों ने इन नागरिकों से गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अवैध धन प्राप्त किया। यह कॉल सेंटर महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी में स्थित है। आरोपियों ने लगभग 60 ऑपरेटर्स को भर्ती किया था। इनमें डायलर्स, वेरीफायर्स और क्लोजर्स शामिल थे। जो इस अवैध कॉल सेंटर को चलाने में लगे थे।
1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी समेत बड़ी बरामदगी
सीबीआई की जांच में 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। साथ ही 1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी, 500 ग्राम सोना और लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 7 लक्जरी कारें भी जब्त की गई हैं। जांच में लगभग 5000 यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी (लगभग 5 लाख रुपए) और 2000 कनाडाई डॉलर के गिफ्ट वाउचर (लगभग 1.26 लाख रुपए) के लेन-देन का पता चला है।
कॉल सेंटर में काम करते थे 62 लोग
जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर में 62 कर्मचारी सक्रिय पाए गए। जो विदेशी नागरिकों को धोखा देने की प्रक्रिया में थे। अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (इनपुट आईएएनएस)
अमेजन सपोर्ट का फर्जी कॉल सेंटर
सीबीआई ने प्रेस रिलीज जारी करके बताया कि एजेंसी ने 8 अगस्त को साइबर फ्रॉड मामले में मुंबई के 6 आरोपियों के साथ-साथ कुछ अज्ञात निजी व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। एफआईआर में आरोप है कि आरोपियों ने आपस में और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ आपराधिक साजिश रची। उन्होंने अमेजन सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के रूप में एक फर्जी कॉल सेंटर बनाया। इसके बाद पिशिंग कॉल और भ्रामक कॉल करके लोगों से वित्तीय धोखाधड़ी की।
CBI BUSTS AN ILLEGAL CALL CENTRE RACKET, OPERATING FROM IGATPURI, NASHIK,MAHARASHTRA
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) August 10, 2025
ARRESTS 5 ACCUSED INVOLVED IN CYBER FRAUD
44 LAPTOPS, 71 MOBILE PHONES, GOLD, LUXURYCARS AND HUGE AMOUNT OF CASH RECOVERED pic.twitter.com/dsATFeufSC
अमेरिका, कनाडा समेत अन्य देशों के लोगों से करते थे ठगी
यह आरोपी अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के लोगों को धोखा दे रहे थे। आरोपियों ने इन नागरिकों से गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अवैध धन प्राप्त किया। यह कॉल सेंटर महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी में स्थित है। आरोपियों ने लगभग 60 ऑपरेटर्स को भर्ती किया था। इनमें डायलर्स, वेरीफायर्स और क्लोजर्स शामिल थे। जो इस अवैध कॉल सेंटर को चलाने में लगे थे।
1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी समेत बड़ी बरामदगी
सीबीआई की जांच में 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं। साथ ही 1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी, 500 ग्राम सोना और लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 7 लक्जरी कारें भी जब्त की गई हैं। जांच में लगभग 5000 यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी (लगभग 5 लाख रुपए) और 2000 कनाडाई डॉलर के गिफ्ट वाउचर (लगभग 1.26 लाख रुपए) के लेन-देन का पता चला है।
कॉल सेंटर में काम करते थे 62 लोग
जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर में 62 कर्मचारी सक्रिय पाए गए। जो विदेशी नागरिकों को धोखा देने की प्रक्रिया में थे। अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। (इनपुट आईएएनएस)
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