नई दिल्ली: देश में कोविड के एक्टिव केस बढ़कर 3400 के करीब पहुंच गए हैं, लेकिन इस दौरान 1435 लोग ठीक भी हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हालात पर नजर है। अभी घबराने की बात नहीं है। लोगों को सावधानी बरतनी होगी। किसी में कोविड के लक्षण नजर आते हैं तो जांच करवाएं। कोविड पॉजिटिव आने पर खुद को आइसोलेट करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड का मौजूदा स्ट्रेन घातक नहीं है। लक्षण हल्के हैं और लोग जल्द ठीक हो रहे हैं। कोविड का बारीकी से विश्लेषण करने वाले एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि 7 से 10 दिनों में कोविड केस में कमी आनी शुरू हो जाएगी। सीवेज के पानी की जांच से पता चलता है कि संक्रमण की डेंसिटी पहले से कम होती जा रही है। अभी बूस्टर डोज की भी जरूरत नहीं दिखती।
दिल्ली में कोविड मरीज की मौत24 घंटे में दिल्ली में कोविड के 81 मामले आए और 71 साल के एक मरीज की मौत हो गई। उन्हें निमोनिया था। संक्रमण के कारण सेप्टिक शॉक हुआ। साथ में, किडनी भी अचानक खराब हो गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह नहीं कहा जा सकता कि उनकी मौत कोविड से ही हुई है, क्योंकि उनको अन्य गंभीर बीमारी भी थी। वह कोविड पॉजिटिव भी मिले हैं। दिल्ली में जनवरी से अब तक कोविड से 3 मौतें हो चुकी हैं। राहत की बात यह है कि अब तक 318 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
क्या हैं नए वेरिएंट के लक्षण?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एनबी 1.8.1 और एलएफ .7- देश में जेएन.1 कोविड वेरिएंट पाए गए। इन वेरिएंट के कारण कोरोना का मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। सामान्य लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान और थकावट शामिल हैं। यद्यपि इन वेरिएंट में प्रतिरक्षा को चकमा देने की क्षमता हो सकती है, तथापि वर्तमान में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो यह बताए कि वे दीर्घकालिक गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डीजी डॉ. राजीव बहल ने कुछ दिन पहले कहा था कि सरकार एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के माध्यम से स्थिति की निगरानी कर रही है। यह देखा जा रहा है कि केस कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड का मौजूदा स्ट्रेन घातक नहीं है। लक्षण हल्के हैं और लोग जल्द ठीक हो रहे हैं। कोविड का बारीकी से विश्लेषण करने वाले एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि 7 से 10 दिनों में कोविड केस में कमी आनी शुरू हो जाएगी। सीवेज के पानी की जांच से पता चलता है कि संक्रमण की डेंसिटी पहले से कम होती जा रही है। अभी बूस्टर डोज की भी जरूरत नहीं दिखती।
दिल्ली में कोविड मरीज की मौत24 घंटे में दिल्ली में कोविड के 81 मामले आए और 71 साल के एक मरीज की मौत हो गई। उन्हें निमोनिया था। संक्रमण के कारण सेप्टिक शॉक हुआ। साथ में, किडनी भी अचानक खराब हो गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह नहीं कहा जा सकता कि उनकी मौत कोविड से ही हुई है, क्योंकि उनको अन्य गंभीर बीमारी भी थी। वह कोविड पॉजिटिव भी मिले हैं। दिल्ली में जनवरी से अब तक कोविड से 3 मौतें हो चुकी हैं। राहत की बात यह है कि अब तक 318 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।
क्या हैं नए वेरिएंट के लक्षण?स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एनबी 1.8.1 और एलएफ .7- देश में जेएन.1 कोविड वेरिएंट पाए गए। इन वेरिएंट के कारण कोरोना का मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। सामान्य लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, थकान और थकावट शामिल हैं। यद्यपि इन वेरिएंट में प्रतिरक्षा को चकमा देने की क्षमता हो सकती है, तथापि वर्तमान में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है जो यह बताए कि वे दीर्घकालिक गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डीजी डॉ. राजीव बहल ने कुछ दिन पहले कहा था कि सरकार एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के माध्यम से स्थिति की निगरानी कर रही है। यह देखा जा रहा है कि केस कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं।
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