शिमला: हिमाचल प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। शुक्रवार को बाढ़ और भूस्खलन से कई सड़कें बंद हो गईं। चंडीगढ़-मनाली और मनाली-लेह नेशनल हाईवे भी बंद हो गए। इससे यात्रियों को परेशानी हुई और ट्रैफिक जाम लग गया। मंडी जिले में एक टैक्सी चालक भूस्खलन से घायल हो गया। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। राज्य में 291 सड़कें बंद हैं।
सड़क के दोनों ओर फंसे वाहन
अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़ निवासी जयकिशन नाम का टैक्सी चालक मंडी जिले में पंडोह बांध के निकट कैंच मोड़ पर भूस्खलन के कारण घायल हो गया और उसका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों के अनुसार, शिवाबदर मार्ग का एक हिस्सा धंस गया। इससे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 21 अवरुद्ध हो गया और गांव से सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया। सड़क के दोनों ओर फंसे वाहनों की कतार लग जाने से लंबा जाम लग गया और एहतियात के तौर पर वाहनों को पंडोह बांध पर रोक दिया जा रहा है।
बारिश के कारण मरम्मत कार्य में दिक्कत
मशीन भी घटनास्थल पर लाई गई हैं, लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण मरम्मत कार्य में दिक्कत पैदा हो गई। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि बारिश रुकते ही सड़क के एक तरफ से यातायात बहाल कर दिया जाएगा। मशेरन नाले में बाढ़ आ जाने और सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर और मलबा बिखर जाने से मनाली-लेह नेशनल हाईवे 3 यहां लाहौल एवं स्पीति ज़िले के जिस्पा में बंद कर दिया गया।
मलबा गिरने का वीडियो भी वायरल
सड़क पर मलबा गिरने का वीडियो भी वायरल हो रहा है और यहां आई बाढ़ से कई लोगों के खेत बर्बाद हो गए हैं। लाहौल एवं स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि सड़क से मलबा हटाने के लिए मशीन ले जाई गईं हैं और प्रशासन काम पर लगा हुआ है। बिलासपुर जिले में समलातू के पास चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 21 पर एक बार फिर भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हुए मार्ग पर एकतरफा यातायात बहाल कर दिया गया है। वर्तमान में सड़क का दूसरा हिस्सा पूरी तरह से मलबे से पटा हुआ है।
पर्यटकों को आगाह किया
भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर बिलासपुर के उपायुक्त राहुल कुमार ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आगाह किया है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा करें। हिमाचल प्रदेश में जुलाई में 250.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो औसत बारिश 255.9 मिलीमीटर से दो प्रतिशत कम है।
मंगलवार तक भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट
स्थानीय मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को राज्य के तीन से 10 जिलों के अलग-अलग इलाकों में मंगलवार तक भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, गुरुवार शाम को आपदा प्रभावित मंडी ज़िले की 171 सड़कों सहित राज्य की कुल 291 सड़कें बंद कर दी गईं।
सड़क के दोनों ओर फंसे वाहन
अधिकारियों ने बताया कि चंडीगढ़ निवासी जयकिशन नाम का टैक्सी चालक मंडी जिले में पंडोह बांध के निकट कैंच मोड़ पर भूस्खलन के कारण घायल हो गया और उसका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों के अनुसार, शिवाबदर मार्ग का एक हिस्सा धंस गया। इससे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 21 अवरुद्ध हो गया और गांव से सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया। सड़क के दोनों ओर फंसे वाहनों की कतार लग जाने से लंबा जाम लग गया और एहतियात के तौर पर वाहनों को पंडोह बांध पर रोक दिया जा रहा है।
#WATCH | Himachal Pradesh: Chandigarh-Manali National Highway blocked in Mandi following a landslide near the Pandoh Dam
— ANI (@ANI) August 1, 2025
Sakshi Verma, SP Mandi, says, "A landslide occurred here today. NHAI officials are here to clear it. At present, vehicular movement has been stopped from both… pic.twitter.com/JuXnBXUdn5
बारिश के कारण मरम्मत कार्य में दिक्कत
मशीन भी घटनास्थल पर लाई गई हैं, लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण मरम्मत कार्य में दिक्कत पैदा हो गई। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि बारिश रुकते ही सड़क के एक तरफ से यातायात बहाल कर दिया जाएगा। मशेरन नाले में बाढ़ आ जाने और सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर और मलबा बिखर जाने से मनाली-लेह नेशनल हाईवे 3 यहां लाहौल एवं स्पीति ज़िले के जिस्पा में बंद कर दिया गया।
मलबा गिरने का वीडियो भी वायरल
सड़क पर मलबा गिरने का वीडियो भी वायरल हो रहा है और यहां आई बाढ़ से कई लोगों के खेत बर्बाद हो गए हैं। लाहौल एवं स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि सड़क से मलबा हटाने के लिए मशीन ले जाई गईं हैं और प्रशासन काम पर लगा हुआ है। बिलासपुर जिले में समलातू के पास चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 21 पर एक बार फिर भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हुए मार्ग पर एकतरफा यातायात बहाल कर दिया गया है। वर्तमान में सड़क का दूसरा हिस्सा पूरी तरह से मलबे से पटा हुआ है।
पर्यटकों को आगाह किया
भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर बिलासपुर के उपायुक्त राहुल कुमार ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आगाह किया है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा करें। हिमाचल प्रदेश में जुलाई में 250.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो औसत बारिश 255.9 मिलीमीटर से दो प्रतिशत कम है।
मंगलवार तक भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट
स्थानीय मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को राज्य के तीन से 10 जिलों के अलग-अलग इलाकों में मंगलवार तक भारी बारिश के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, गुरुवार शाम को आपदा प्रभावित मंडी ज़िले की 171 सड़कों सहित राज्य की कुल 291 सड़कें बंद कर दी गईं।
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