मुंबई/ठाणे: महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों के ऐलान का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। स्थानीय निकाय चुनावों मुंबई के बीएमसी चुनावों के जहां हाईप्रोफाइल होने की उम्मीद है तो वहीं मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में आने वाले मीरा भाईंदर में चुनाव की सरगर्मी बढ़ गई है। मीरा-भाईंदर मनपा के चुनाव की तैयारी अंतिम दौर में पहुंच गई है। अभी तक अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण का निर्धारण लगभग तय हो चुका है। मीरा भाईंदर नगर निगम में कौन सी सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसकी लॉटरी प्रक्रिया 8 से 11 नवंबर के बीच आयोजित की जाएगी।
जानें सीट आरक्षण का शेड्यूल
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने मनपा प्रशासन को यह प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आरक्षण पर आने वाली आपत्तियां और सुझाव 17 से 24 नवंबर के बीच दर्ज किए जा सकेंगे। मीरा भाईंदर महानगरपालिका के चुनाव वॉर्ड की संरचना तय हो गई है। कुल 24 वार्ड में 95 सदस्य के लिए चुनाव होगा। मनपा प्रशासन ने भौगोलिक वार्ड संरचना का मसौदा 3 सितंबर को जारी किया था। कुल 95 सीटों में 27 प्रतिशत (26 सीटें) ओबीसी के लिए आरक्षित होंगी। 50 प्रतिशत (48 सीटें) महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। आरक्षण का फैसला लॉटरी ड्रॉ के बाद होगा। पिछले चुनावों की तरह इस बार भी अनुसूचित जाति के लिए 4 सीटें, जबकि अनुसूचित जनजाति के लिए 1 सीट तय की गई है। मीरा भाईंदर में इस वर्ष के चुनाव 2011 की जनगणना के आधार पर कराए जा रहे हैं. उस समय की जनसंख्या थी 8 लाख 9 हजार 378 थी, जबकि वर्तमान में जनसंख्या 15 लाख से अधिक आंकी जा रही है। आयोग के निर्देशानुसार पुराने आंकड़ों पर ही चुनाव कराए जाएं।
2017 में बीजेपी बनी थी बड़ी पार्टी
2017 के चुनावों में बीजेपी को कुल 61 सीटें मिली थीं। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने तब 22 सीटें जीती थीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तब 10 सीटें मिली थीं। अब शिवसेना और एनसीपी दोनों दो धड़ों में बंट चुकी हैं। ऐसे में देखना होगा कि वोटर किस तरह से रिएक्ट करते हैं। 2017 के चुनावा में 2 निर्दलीय भी जीतने में सफल रहे थे। मीरा भाईंदर में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद पहले डिंपल मेहता और फिर ज्योत्सना हसनाले महापौर बनी थीं। मीरा भाईंदर महानगरापालिका पर 2012 से बीजेपी का कब्जा है।
जानें सीट आरक्षण का शेड्यूल
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग ने मनपा प्रशासन को यह प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आरक्षण पर आने वाली आपत्तियां और सुझाव 17 से 24 नवंबर के बीच दर्ज किए जा सकेंगे। मीरा भाईंदर महानगरपालिका के चुनाव वॉर्ड की संरचना तय हो गई है। कुल 24 वार्ड में 95 सदस्य के लिए चुनाव होगा। मनपा प्रशासन ने भौगोलिक वार्ड संरचना का मसौदा 3 सितंबर को जारी किया था। कुल 95 सीटों में 27 प्रतिशत (26 सीटें) ओबीसी के लिए आरक्षित होंगी। 50 प्रतिशत (48 सीटें) महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। आरक्षण का फैसला लॉटरी ड्रॉ के बाद होगा। पिछले चुनावों की तरह इस बार भी अनुसूचित जाति के लिए 4 सीटें, जबकि अनुसूचित जनजाति के लिए 1 सीट तय की गई है। मीरा भाईंदर में इस वर्ष के चुनाव 2011 की जनगणना के आधार पर कराए जा रहे हैं. उस समय की जनसंख्या थी 8 लाख 9 हजार 378 थी, जबकि वर्तमान में जनसंख्या 15 लाख से अधिक आंकी जा रही है। आयोग के निर्देशानुसार पुराने आंकड़ों पर ही चुनाव कराए जाएं।
2017 में बीजेपी बनी थी बड़ी पार्टी
2017 के चुनावों में बीजेपी को कुल 61 सीटें मिली थीं। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने तब 22 सीटें जीती थीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तब 10 सीटें मिली थीं। अब शिवसेना और एनसीपी दोनों दो धड़ों में बंट चुकी हैं। ऐसे में देखना होगा कि वोटर किस तरह से रिएक्ट करते हैं। 2017 के चुनावा में 2 निर्दलीय भी जीतने में सफल रहे थे। मीरा भाईंदर में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद पहले डिंपल मेहता और फिर ज्योत्सना हसनाले महापौर बनी थीं। मीरा भाईंदर महानगरापालिका पर 2012 से बीजेपी का कब्जा है।
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