देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तराखंड के दौरे पर हैं, जहां वे राज्य की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर 8000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। यह पिछले चार वर्षों में उनका 16वां उत्तराखंड दौरा है। इस बीच, प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति के विरोध में आंदोलन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री को अपने खून से लिखा पत्र भेजकर समस्या के समाधान की मांग की है। घनसाली में भिलंगना ब्लॉक की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के खिलाफ पिलखी और घनसाली में 14 दिनों से आंदोलन जारी है। आंदोलनकारियों ने इस आंदोलन को हर न्याय पंचायत तक ले जाने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्यवासियों को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि उत्तराखंड की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर राज्य के मेरे सभी भाई-बहनों को अनेकानेक शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री के दौरे के साथ ही, उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को लेकर लोगों का गुस्सा भी सामने आया है।
घनसाली में भिलंगना ब्लॉक की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के विरोध में पिलखी और घनसाली में पिछले 14 दिनों से आंदोलन जारी है। आंदोलनकारियों ने इस मुद्दे को और व्यापक बनाने का फैसला किया है और इसे हर न्याय पंचायत तक ले जाने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य संघर्ष समिति के महासचिव विनोद लाल शाह ने आंदोलन की आगे की रणनीति बताते हुए कहा कि आंदोलन के तहत अब अलग-अलग दिन पर हर न्याय पंचायत में मशाल जुलूस निकालकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में विकास परियोजनाओं पर जोर दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं को लेकर चिंताएं भी बनी हुई हैं। आंदोलनकारियों की योजना के अनुसार, मशाल जुलूस के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के प्रति जागरूक किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने पर राज्यवासियों को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि उत्तराखंड की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर राज्य के मेरे सभी भाई-बहनों को अनेकानेक शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री के दौरे के साथ ही, उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को लेकर लोगों का गुस्सा भी सामने आया है।
घनसाली में भिलंगना ब्लॉक की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के विरोध में पिलखी और घनसाली में पिछले 14 दिनों से आंदोलन जारी है। आंदोलनकारियों ने इस मुद्दे को और व्यापक बनाने का फैसला किया है और इसे हर न्याय पंचायत तक ले जाने की योजना बनाई है। स्वास्थ्य संघर्ष समिति के महासचिव विनोद लाल शाह ने आंदोलन की आगे की रणनीति बताते हुए कहा कि आंदोलन के तहत अब अलग-अलग दिन पर हर न्याय पंचायत में मशाल जुलूस निकालकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य में विकास परियोजनाओं पर जोर दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं जैसी बुनियादी सुविधाओं को लेकर चिंताएं भी बनी हुई हैं। आंदोलनकारियों की योजना के अनुसार, मशाल जुलूस के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के प्रति जागरूक किया जाएगा।
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