शादाब रिजवी, मेरठ/मथुरा: केंद्रीय राज्य मंत्री चौधरी जयंत सिंह के सिर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक बार फिर ताज सजना लगभग तय है। दरअसल, 16 नवंबर को मथुरा के कोसी कलां में रालोद का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया गया हैं। जिसमें अगले तीन साल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। पार्टी ने 14 अप्रैल से 31 अक्टूबर तक पूरे देश में सदस्यता अभियान चलाया था।
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के 16 नवंबर को जनपद मथुरा के कोसीकलां में होने का पत्र भी जारी कर दिया गया हैं। त्रिलोक त्यागी के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल प्रत्येक तीन वर्ष में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करता है जिसके लिए 14 अप्रैल से 31 अक्टूबर तक राष्ट्रीय लोकदल का सदस्यता अभियान चलाया। पूरे देश में सदस्य बनाए। सदस्य पूर्ण होने के बाद अब राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा।
दरअसल, फिलहाल रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ही हैं। वह पहली बार मई 2021 में रालोद के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। पार्टी ने उस वक्त कहा था कि पिता चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद चौधरी जयंत को इस पद के लिए चुना गया है। चौधरी अजित सिंह का कोरोना वायरस संक्रमण के चलते छह मई 2021 को निधन हो गया था।
उस समय पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जयंत को यह जिम्मेदारी दी गई थी। तब चौधरी जयंत पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। उसके बाद चौधरी जयंत को दूसरी बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुन लिया गया था। इस बार भी माना जा रहा है कि चौधरी जयंत को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज सर्वसम्मति से पहना दिया जाएगा।
पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी के मुताबिक कोई दूसरी दावेदार फिलहाल नहीं हैं। वैसे भी चौधरी जयंत के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का विस्तार हुआ। यूपी विधानसभा में विधायकों की तादाद बढ़ी। लोकसभा सदस्य जीते। राज्यसभा की सदस्यता पार्टी के पास हैं। एनडीए की मौजूदा केंद्र सरकार में जयंत मंत्री हैं।
पार्टी के एक मंत्री अनिल कुमार यूपी सरकार में हैं। कई अन्य पार्टी नेता निगम और आयोग में जिम्मेदार पदों पर हैं। रालोद की कोशिश से ही हाल में किसानों को 30 रुपये कुंतल गन्ना का मूल्य बढ़कर मिल रहा हैं। किसान हित के अन्य काम भी चौधरी जयंत करा रहे हैं।
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के 16 नवंबर को जनपद मथुरा के कोसीकलां में होने का पत्र भी जारी कर दिया गया हैं। त्रिलोक त्यागी के मुताबिक राष्ट्रीय लोकदल प्रत्येक तीन वर्ष में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करता है जिसके लिए 14 अप्रैल से 31 अक्टूबर तक राष्ट्रीय लोकदल का सदस्यता अभियान चलाया। पूरे देश में सदस्य बनाए। सदस्य पूर्ण होने के बाद अब राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाएगा।
दरअसल, फिलहाल रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ही हैं। वह पहली बार मई 2021 में रालोद के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। पार्टी ने उस वक्त कहा था कि पिता चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद चौधरी जयंत को इस पद के लिए चुना गया है। चौधरी अजित सिंह का कोरोना वायरस संक्रमण के चलते छह मई 2021 को निधन हो गया था।
उस समय पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जयंत को यह जिम्मेदारी दी गई थी। तब चौधरी जयंत पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे। उसके बाद चौधरी जयंत को दूसरी बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुन लिया गया था। इस बार भी माना जा रहा है कि चौधरी जयंत को राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज सर्वसम्मति से पहना दिया जाएगा।
पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी के मुताबिक कोई दूसरी दावेदार फिलहाल नहीं हैं। वैसे भी चौधरी जयंत के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का विस्तार हुआ। यूपी विधानसभा में विधायकों की तादाद बढ़ी। लोकसभा सदस्य जीते। राज्यसभा की सदस्यता पार्टी के पास हैं। एनडीए की मौजूदा केंद्र सरकार में जयंत मंत्री हैं।
पार्टी के एक मंत्री अनिल कुमार यूपी सरकार में हैं। कई अन्य पार्टी नेता निगम और आयोग में जिम्मेदार पदों पर हैं। रालोद की कोशिश से ही हाल में किसानों को 30 रुपये कुंतल गन्ना का मूल्य बढ़कर मिल रहा हैं। किसान हित के अन्य काम भी चौधरी जयंत करा रहे हैं।





