मनीष सिंह, ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्धनगर के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा इतनी कड़ी कर दी गई है कि उसमें सेंध लगाना लगभग असंभव होगा। घुसपैठ की कोशिश करने वाले किसी भी अनधिकृत वाहन को पलक झपकते ही नष्ट करने के लिए क्रैश रेटेड बॉलार्ड सिस्टम सक्रिय कर दिया गया है। यह अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था एयरपोर्ट के पूर्वी और पश्चिमी प्रवेश द्वारों पर लगाई गई है।
जेवर एयरपोर्ट पर सुरक्षा तंत्र स्थापित करने वाली ईसेक सिक्योरिटी कंसल्टेंट कंपनी के परियोजना प्रबंधक अजित सिंह यादव ने बताया कि एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली लगाकर हाल ही में उसे एयरपोर्ट प्रशासन को सौंप दिया गया है। यह बॉलार्ड सिस्टम किसी भी संदिग्ध वाहन को कुछ ही पलों में रोकने या नष्ट करने की क्षमता रखता है। यह सुरक्षा तंत्र रनवे से लगभग एक किलोमीटर पहले ही किसी भी संभावित खतरे को निष्क्रिय कर देगा।
बॉलार्ड सिस्टम में सड़क की सतह के नीचे अत्यधिक मजबूत धातु के गोल स्तंभ लगाए जाते हैं, जिनमें कुछ स्थायी रूप से फिट रहते हैं, जबकि कुछ जरूरत पड़ने पर ऊपर-नीचे हो सकते हैं। यदि कोई वाहन बिना अनुमति प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो बाहरी सेंसर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता युक्त कैमरे और रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम उसकी नंबर प्लेट को स्कैन करते हैं।
जैसे ही वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचता है, जमीन में दबे ये मजबूत स्तंभ स्वतः ऊपर आकर वाहन का रास्ता रोक देते हैं। प्रवेश द्वार पर बूम बैरियर के साथ टायर किलर भी लगाए गए हैं। अलर्ट मिलते ही ये उपकरण जमीन से नुकीली कीलें ऊपर उठाकर वाहनों के टायर पंचर कर उन्हें तुरंत रोकने में सक्षम हैं। इसके अतिरिक्त परिसर में टर्न स्टाइल सिस्टम को भी सक्रिय कर दिया गया है, जो मानव प्रवेश की निगरानी और नियंत्रण को और अधिक सख्त बनाएगा।
जेवर एयरपोर्ट पर सुरक्षा तंत्र स्थापित करने वाली ईसेक सिक्योरिटी कंसल्टेंट कंपनी के परियोजना प्रबंधक अजित सिंह यादव ने बताया कि एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली लगाकर हाल ही में उसे एयरपोर्ट प्रशासन को सौंप दिया गया है। यह बॉलार्ड सिस्टम किसी भी संदिग्ध वाहन को कुछ ही पलों में रोकने या नष्ट करने की क्षमता रखता है। यह सुरक्षा तंत्र रनवे से लगभग एक किलोमीटर पहले ही किसी भी संभावित खतरे को निष्क्रिय कर देगा।
बॉलार्ड सिस्टम में सड़क की सतह के नीचे अत्यधिक मजबूत धातु के गोल स्तंभ लगाए जाते हैं, जिनमें कुछ स्थायी रूप से फिट रहते हैं, जबकि कुछ जरूरत पड़ने पर ऊपर-नीचे हो सकते हैं। यदि कोई वाहन बिना अनुमति प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो बाहरी सेंसर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता युक्त कैमरे और रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन सिस्टम उसकी नंबर प्लेट को स्कैन करते हैं।
जैसे ही वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंचता है, जमीन में दबे ये मजबूत स्तंभ स्वतः ऊपर आकर वाहन का रास्ता रोक देते हैं। प्रवेश द्वार पर बूम बैरियर के साथ टायर किलर भी लगाए गए हैं। अलर्ट मिलते ही ये उपकरण जमीन से नुकीली कीलें ऊपर उठाकर वाहनों के टायर पंचर कर उन्हें तुरंत रोकने में सक्षम हैं। इसके अतिरिक्त परिसर में टर्न स्टाइल सिस्टम को भी सक्रिय कर दिया गया है, जो मानव प्रवेश की निगरानी और नियंत्रण को और अधिक सख्त बनाएगा।
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