पटनाः बिहार में पटना अब यूनानी चिकित्सा का एक बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना सिटी में नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के पास तिब्बी कॉलेज अस्पताल की नई इमारत का शिलान्यास किया।
नया अस्पताल लगभग दस एकड़ जमीन पर बनेगा और इस पर लगभग 264 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे। 2027 तक इस अस्पताल के बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
नए अस्पताल से मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि इस नए अस्पताल से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
अस्पताल का शिलान्यास करने से पहले स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह और बीएमएसआईसीएल के एमडी धर्मेन्द्र कुमार ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। नालंदा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रो. उषा कुमारी, अधीक्षक डॉ. प्रो. रिश्म प्रसाद और उपाधीक्षक डॉ. सरोज कुमार भी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।
मार्च 2027 तक अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य
बीएमएसआईसीएल के इंजीनियरों ने बताया कि अस्पताल का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा हो जाएगा। नई इमारत में 200 बेड का यूनानी अस्पताल होगा। इसमें 150 विद्यार्थियों के लिए अकादमिक भवन भी होगा। 500 लोगों के बैठने के लिए एक बड़ा सभागार भी बनाया जाएगा। अस्पताल में प्राचार्य, अधीक्षक, डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए रहने की व्यवस्था भी होगी। इसके अलावा, छात्रों और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रावास भी बनाए जाएंगे।
नए अस्पताल भवन से संस्था को मिलेगी नई ऊंचाइयां
अभी तिब्बी कॉलेज अस्पताल कदमकुआं में चल रहा है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. महफूज़ुर रहमान ने कहा कि नए भवन के बनने से संस्थान को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इस नई इमारत से कॉलेज और बेहतर तरीके से काम कर पाएगा और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दे पाएगा।
नया अस्पताल लगभग दस एकड़ जमीन पर बनेगा और इस पर लगभग 264 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे। 2027 तक इस अस्पताल के बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
नए अस्पताल से मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि इस नए अस्पताल से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
अस्पताल का शिलान्यास करने से पहले स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह और बीएमएसआईसीएल के एमडी धर्मेन्द्र कुमार ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए। नालंदा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रो. उषा कुमारी, अधीक्षक डॉ. प्रो. रिश्म प्रसाद और उपाधीक्षक डॉ. सरोज कुमार भी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे।
मार्च 2027 तक अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य
बीएमएसआईसीएल के इंजीनियरों ने बताया कि अस्पताल का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा हो जाएगा। नई इमारत में 200 बेड का यूनानी अस्पताल होगा। इसमें 150 विद्यार्थियों के लिए अकादमिक भवन भी होगा। 500 लोगों के बैठने के लिए एक बड़ा सभागार भी बनाया जाएगा। अस्पताल में प्राचार्य, अधीक्षक, डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए रहने की व्यवस्था भी होगी। इसके अलावा, छात्रों और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए छात्रावास भी बनाए जाएंगे।
नए अस्पताल भवन से संस्था को मिलेगी नई ऊंचाइयां
अभी तिब्बी कॉलेज अस्पताल कदमकुआं में चल रहा है। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. महफूज़ुर रहमान ने कहा कि नए भवन के बनने से संस्थान को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि इस नई इमारत से कॉलेज और बेहतर तरीके से काम कर पाएगा और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दे पाएगा।
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