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दिल से लेकर त्वचा तक, सबका इलाज है ये लाल ड्रिंक

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बदलती जीवनशैली और खानपान की आदतों ने जहां स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बढ़ावा दिया है, वहीं प्राकृतिक और घरेलू उपायों की ओर लौटने का चलन भी तेज़ी से बढ़ रहा है। आयुर्वेद और पोषण विशेषज्ञों की मानें तो कुछ देसी सुपरफूड्स में अपार गुण होते हैं, जो शरीर को भीतर से स्वस्थ रखते हैं। ऐसा ही एक प्राकृतिक आहार है – चुकंदर।

लाल रंग का यह सामान्य सा दिखने वाला कंदवाला सब्ज़ी वास्तव में स्वास्थ्य का खजाना है। चुकंदर में आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम, पोटैशियम और विटामिन सी की प्रचुरता होती है। यह न केवल खून बढ़ाता है बल्कि शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, चुकंदर से बनी एक विशेष ड्रिंक नियमित रूप से सेवन करने से न केवल त्वचा निखरती है, बल्कि हृदय, जिगर और मस्तिष्क को भी लाभ होता है।

घर पर ऐसे बनाएं चुकंदर ड्रिंक

चुकंदर ड्रिंक तैयार करना बेहद सरल है और इसके लिए ज़रूरत होती है कुछ ही घरेलू सामग्रियों की।

आवश्यक सामग्री:

1 मध्यम आकार का चुकंदर

1 सेब (स्वाद अनुसार)

1 छोटा टुकड़ा अदरक

आधा नींबू

1 गिलास पानी

स्वादानुसार काला नमक या सेंधा नमक

विधि:

सबसे पहले चुकंदर और सेब को अच्छी तरह धोकर छील लें।

अदरक को भी साफ कर छोटा टुकड़ा काट लें।

अब चुकंदर, सेब और अदरक को ब्लेंडर में डालें।

उसमें एक गिलास पानी मिलाएं और अच्छे से ब्लेंड करें।

तैयार मिश्रण को छलनी से छान लें।

ऊपर से नींबू का रस और स्वादानुसार नमक मिलाएं।

ड्रिंक को ठंडा करके पिएं या तुरंत सेवन करें।

सेहत पर असर: जानिए क्या कहती हैं रिसर्च

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, चुकंदर में पाए जाने वाला नाइट्रेट रक्त प्रवाह को बेहतर करता है, जिससे उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। यह एथलीट्स के लिए भी बेहद लाभकारी माना जाता है क्योंकि यह स्टैमिना बढ़ाने में सहायक होता है।

इसके अतिरिक्त, चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर निकालता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा में निखार आता है और पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।

कब और कैसे करें सेवन

चुकंदर ड्रिंक का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट माना जाता है। यह शरीर को दिनभर तरोताजा रखने के साथ-साथ ऊर्जा प्रदान करता है। सप्ताह में 3 से 4 बार इस ड्रिंक का सेवन करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं। हालांकि, लो बीपी के मरीजों को इसे डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए।

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