भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। बारिश से बाधित इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन इसका नतीजा टीम इंडिया के पक्ष में नहीं रहा। गुरुवार को मैच का दूसरा दिन है। लंच के बाद टीम इंडिया की पहली पारी 31.2 ओवर में मात्र 46 रन पर सिमट गई।
मैच का पहला दिन बारिश की भेंट चढ़ जाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत ने इस महीने की शुरुआत में कानपुर में बांग्लादेश को हराने वाली टीम में दो बदलाव किए। शुभमन गिल की जगह सरफराज खान को शामिल किया गया, जबकि तेज गेंदबाज आकाश दीप की जगह स्पिनर कुलदीप यादव को मौका मिला।
अनुकूल परिस्थितियों में, न्यूजीलैंड के तीन तेज गेंदबाजों ने स्विंग और सीम से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने का बेहतरीन प्रयास किया। 35 मिनट तक बारिश के कारण खेल बाधित रहने के बाद, मेहमान टीम के गेंदबाजों ने बैक ऑफ लेंथ गेंदों का अच्छा इस्तेमाल किया और दबाव बनाए रखा तथा भारत को मुश्किल में डाल दिया।
पहले सेशन में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा। इस सेशन में भारतीय टीम ने 34 रन बनाने में 6 विकेट गंवा दिए। भारतीय टीम के 4 बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए। विलियम ओ'रूर्के ने 3 विकेट झटके, जबकि मैट हेनरी को एक विकेट मिला। टिम साउदी ने भी एक विकेट लिया।
विराट कोहली को तीसरे नंबर पर प्रमोट किए जाने पर मैदान पर मौजूद दर्शकों में खूब खुशी दिखी, लेकिन यह तब समाप्त हो गई जब विलियम ने कोहली को बिना खाता खोले ही पवेलियन वापस भेज दिया।
भारत अपना सातवां विकेट खो चुका होता अगर टॉम ब्लंडेल ने सातवें रन पर ऋषभ पंत का कैच नहीं छोड़ा होता। हालांकि, वो इस मौके का ज्यादा फायदा नहीं उठा पाए और 20 रन के स्कोर पर आउट हो गए। मैट हेनरी ने 5 विकेट झटके, जबकि विलियम ओरुर्के को 3 विकेट मिले।
46 रन भारत में किसी भी टीम द्वारा टेस्ट में सबसे कम स्कोर है। भारत ने दो साल पहले न्यूजीलैंड द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ा। 2021 में कीवी टीम वानखेड़े में 62 रन पर सिमट गई थी। यह भारत का अपने घर में सबसे खराब प्रदर्शन है। 37 साल पहले यानी 1987 में दिल्ली में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 75 रन बनाए थे। वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारत का यह सबसे खराब स्कोर है। इससे पहले 1976 में टीम इंडिया ने वेलिंगटन में कीवियों के खिलाफ 81 रन बनाए थे। यह टेस्ट में भारत का तीसरा न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में भारतीय टीम 36 रन पर सिमट गई थी। वहीं, 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में टीम इंडिया 42 रन पर ऑलआउट हो गई थी। यह टेस्ट में ओवरऑल किसी द्वारा 10वां न्यूनतम स्कोर है।
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