मुंबई, 25 मई . एडवेंचर रियलिटी शो ‘एमटीवी रोडीज डबल क्रॉस’ के नवीनतम एपिसोड में काफी कुछ दांव पर लगा हुआ था और तनाव अपने चरम पर था.
रोडिज एक ऐसे टास्क स्थल पर पहुंचे जहां ऊंची-ऊंची संरचनाएं, लटकते जाल, जिपलाइन और रोमांचक सेटअप था. गैंग लीडर्स को चुनौती दी गई कि वे अपने पूरे गैंग में से एक कंटेस्टेंट को चुनें जो इस टास्क को कर सके.
लेकिन इसमें एक पेंच है. रणविजय ने इसमें एक ट्विस्ट डालते हुए कहा कि चार रोडीज आपस में मुकाबला करेंगे और उनमें से एक को उनके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा वोट देकर बाहर कर दिया जाएगा.
हवा में एक बड़ा धातु का जाल लटक रहा है, जिसमें रस्सियां बंधी हैं, जो ऊपर जाने का इकलौता रास्ता हैं. रोडिज बेताबी से रस्सियों पर चढ़ते हैं. ऊपर पहुंचकर, उन्हें मुश्किल गणित के सवाल हल करने हैं, जो उनकी गति और दिमाग की परीक्षा लेते हैं. लक्ष्य है सही कोड से एक बॉक्स खोलना, लेकिन हर बॉक्स में चाबी नहीं है. केवल सबसे चतुर, सबसे तेज व्यक्ति ही अपनी बाइक की चाबी ढूंढ पाएंगे.
संरचना के शीर्ष से वे एक्शन हीरो की तरह जिपलाइन पर उतरते हैं, रंगीन बमों को निशाने पर फेंकते हुए, हर सटीक निशाने से उनके अंतिम समय में सेकंड कम होते हैं. फिर वे अपनी बाइक्स की ओर तेजी से दौड़ते हैं और आखिरी चरण में फिनिश लाइन तक हाई-स्पीड रेस होती है. आखिरी एड्रेनालाइन भरा जोश तय करता है कि कौन फिनाले में पहुंचेगा और कौन प्रतियोगिता से बाहर होगा.
गौतम का गैंग मुश्किल से एक सेकंड के अंतर से जीत हासिल कर विजेता बनकर उभरा. यह कोई साधारण टास्क नहीं, बल्कि जंग थी. इसमें खून, पसीना, विश्वासघात और फिर से उठ खड़े होने की कहानी शामिल थी. अब, ‘टिकट टू फिनाले’ हाथ में लेकर, गौतम का गैंग अमरत्व से बस कुछ कदम दूर है.
‘एमटीवी रोडीज डबल क्रॉस’ मटवा और जियोहॉटस्टार पर उपलब्ध है.
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पीएसके/एकेजे
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