मुंबई, 7 मई . जब बारिश रूकी और गुजरात टाइटंस (जीटी) को छह गेंद में 15 रन की जरूरत थी और मुंबई इंडियंस (एमआई) के पास गेंदबाजी के कुछ विकल्प बाकी थे. दीपक चाहर ने केवल दो ओवर किए थे और हार्दिक पांड्या ने केवल एक ओवर किया था. स्पिनर कर्ण शर्मा और विल जैक्स ने कुल मिलाकर तीन ओवर किए थे. तो यहां पर तेज गेंदबाज की जरूरत थी और चाहर और हार्दिक में से किसी एक को चुना जाना था, जहां पर एमआई ने चाहर को चुना. एमआई के प्रमुख कोच माहेला जयवर्धने ने मैच के बाद समझाया कि चाहर उनके मुख्य गेंदबाज हैं, लेकिन कैटी मार्टिन ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में आप चाहते हो कि आपका कप्तान आगे आए.
लेकिन एमआई जब आखिरी ओवर करने मैदान में उतरी भी नहीं थी, चाहर को गेंद थमाने का निर्णय ले लिया गया था. उस मैच में जो बारिश के कारण बुधवार में जाकर खत्म हुआ. चौका और छक्का लगा, नो बॉल हुई और जीटी आखिरी गेंद पर मैच जीत गई.
जयवर्धने ने मैच के बाद पत्रकार वार्ता में कहा, “जब जसप्रीत बुमराह नहीं थे तो दीपक ने हमारे लिए अच्छा काम किया था. वह अच्छा था और हमारा मुख्य गेंदबाज था. आपके लिए यह सवाल करना आसान हो सकता है और मेरे लिए कहना, ‘हां, हार्दिक हो सकते थे’. अगर हार्दिक पर तीन छक्के पड़ जाते तो आप ही कहते कि क्यों दीपक को गेंद नहीं थमाई. मैं उस ओर जाना नहीं चाहता.”
उन्होंने कहा, “पूरे मैच में जब हमें आक्रमण करना था तो हमने गेंद से कई अच्छे निर्णय लिए. दीपक कुछ गेंद में चूक गए और उन्होंने अच्छे शॉट लगाए, हमने नो बॉल भी कर दी लेकिन तब भी हम मैच को आखिरी गेंद तक लेकर गए.”
“हार के पीछे यह निर्णय नहीं था, यह क्रियान्वयन था. यहीं पर हम मैच हार गए. मेरी सोच यह है कि हम मैच तब हार गए जब हमारा मैच पर नियंत्रण था और यह निराशाजनक था.”
ईएसपीएन क्रिकइंफो टाइम आउट शो पर मार्टिन ने सवाल किया कि हार्दिक क्यों नहीं, ” वह आमतौर पर महत्वपूर्ण ओवर फेंकता है. और मुझे पता है कि उसने पहले भी कुछ ओवर फेंके हैं. लेकिन हां, आप हमेशा चाहते हैं कि आपका कप्तान आगे आए.” हार्दिक ने केवल एक ओवर किया था जिसमें 18 रन आए, जहां उन्होंने तीन वाइड और दो नो बॉल की.
मार्टिन और पैनल में उनके साथी अभिनव मुकुंद ने भी माना कि एमआई ने मध्य ओवरों में कदम पीछे हटा लिए थे.
अभिनव ने कहा, “मुझे लगता है कि मैच मध्य ओवरों में ड्रिफ्ट कर गया था. क्योंकि उनके पास गुजरात टाइटंस के शीर्ष क्रम को लेकर प्लान था, लेकिन गेंदबाज की बात करें तो मुंबई बुमराह को पावरप्ले के अंत में लाना पसंद करती है या एक मध्य ओवरों में और बाकी डेथ ओवरों में.”
“उन्हें गुजरात टाइटंस की वजह से प्लान बदलना पड़ा. लेकिन यदि आप रनों के नंबर देखेंगे तो बुमराह के ओवरों में तीन और पांच रन आए और इसके तुरंत बाद ही छह से आठ ओवर के बीच 37 रन आ गए. इसके बाद बुमराह के आने से पहले फिर 13 और 14 ओवर में 28 रन आए. लेकिन आपको अपने दूसरे गेंदबाजों को भी मैनेज करना होता है, वह खुशकिस्मत रहे कि अश्विनी कुमार ने 28 रन देकर दो विकेट लिए.”
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आरआर/
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