अगर आप चाहते हैं कि आपकी बचत सिर्फ बैंक में पड़ी न रहे, बल्कि समय के साथ बढ़ती भी जाए तो निवेश करना जरूरी है. समझदारी से किया गया निवेश न सिर्फ आपकी दौलत बढ़ाता है, बल्कि आपको बड़े-बड़े सपनों को पूरा करने में भी मदद करता है, जैसे - एक आरामदायक रिटायरमेंट, अपने सपनों का घर या बच्चों की अच्छी पढ़ाई. लेकिन ध्यान रहे, बिना सोचे-समझे किया गया निवेश नुकसान भी दे सकता है. कई बार लोग बस ट्रेंड देखकर पैसे लगा देते हैं और बाद में पछताते हैं.
इसलिए जरूरी है कि आप कुछ बेसिक नियमों को जानें और उन्हें अपनाएं, ताकि आपका पैसा सही दिशा में काम करे. आइए हम 10 ऐसे आसान और असरदार निवेश के नियम के बारे में जानते हैं, जो हर निवेशक को पता होना चाहिए. अगर आप इनका सही तरीके से फॉलो करेंगे, तो निवेश आपके लिए एक मजेदार और फायदेमंद सफर बन सकता है.
144 का नियम
144 का नियम एक आसान इन्वेस्टमेंट का नियम है, जिसकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपकी इन्वेस्टमेंट के अमाउंट को चार गुना होने में कितने साल लगेंगे. इसका इस्तेमाल खास तौर पर लंबी अवधि के इन्वेस्टमेंट ऑप्शन का इवैल्युएशन करने के लिए किया जाता है.
72 का नियम
72 का नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपकी इन्वेस्टमेंट अमाउंट को दोगुना होने में कितने साल लगेंगे. इसके लिए आपको सिर्फ 72 को अपनी निवेश पर मिलने वाली सालाना रिटर्न की प्रतिशत से डिवॉइड करना होता है. जो संख्या आती है, वही सालों की गिनती होती है जिसमें आपका पैसा दोगुना हो जाएगा. एग्जांपल के लिए, अगर किसी निवेश से आपको हर साल 9% का रिटर्न मिल रहा है, तो 72 ÷ 9 = 8 साल - यानी आपका इन्वेस्टमेंट 8 साल में दो गुना हो जाएगा. यह नियम इन्वेस्टमेंट की योजना बनाते समय आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
इमरजेंसी फंड का नियम
इमरजेंसी फंड का नियम कहता है कि जिंदगी में कभी भी कोई बड़ी परेशानी अचानक आ सकती है - जैसे नौकरी चली जाना, बीमारी का खर्च या कोई जरूरी मरम्मत. ऐसे समय में अगर आपके पास पहले से थोड़े पैसे जमा हों, तो आप बिना तनाव के हालात का सामना कर सकते हैं. इस नियम के मुताबिक, आपको अपने महीने भर के खर्च का हिसाब लगाकर कम से कम 3 से 6 महीनों के बराबर की रकम अलग रखनी चाहिए. ये पैसे सिर्फ जरूरत के समय इस्तेमाल के लिए होने चाहिए, ताकि कोई मुश्किल आए तो आप बिना कर्ज लिए संभल सकें.
रिटायरमेंट के लिए 10% नियम
रिटायरमेंट की तैयारी जितनी जल्दी शुरू करें, उतना बेहतर होता है. इस नियम के अनुसार, आपको अपनी प्री-टैक्स इनकम का कम से कम 10% हिस्सा हर महीने रिटायरमेंट की बचत के लिए अलग रखना चाहिए. अगर आप इस नियम को लंबे समय तक फॉलो करते हैं, तो समय के साथ कंपाउंडिंग (ब्याज पर ब्याज) की ताकत से एक बड़ा फंड तैयार हो सकता है, जो रिटायरमेंट के बाद आपकी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा. यह भविष्य को सुरक्षित बनाने का एक आसान लेकिन असरदार तरीका है.
100 में से उम्र घटाने का नियम
100 में से उम्र घटाने का नियम कहता है कि आप अपनी उम्र को 100 में से घटाओ, जो नंबर आएगा उतने प्रतिशत ही पैसा आप अपने ऐसे इन्वेस्टमेंट में लगा सकते हैं जो थोड़ा ज्यादा जोखिम वाला होता है, जैसे शेयर या स्टॉक्स. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ेगी, यह नंबर कम होता जाएगा, मतलब आपको धीरे-धीरे सुरक्षित और कम जोखिम वाले निवेशों की तरफ जाना चाहिए. एग्जांपल के लिए, अगर आपकी उम्र 40 साल है, तो 100 में से 40 घटाने पर 60 बचता है, तो आप अपने इन्वेस्टमेंट का 60% हिस्सा जोखिम वाले निवेशों में लगा सकते हैं. इससे आपका इन्वेस्टमेंट उम्र के हिसाब से सुरक्षित रहता है.
10, 5, 3 नियम
10, 5, 3 नियम यह समझने का एक आसान तरीका है कि आप अपने अलग-अलग इन्वेस्टमेंट्स से कितने रिटर्न (मुनाफा) उम्मीद कर सकते हैं. इसमें माना जाता है कि शेयर या इक्विटी से सालाना लगभग 10% रिटर्न मिलता है, बॉन्ड से 5% और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से 3% रिटर्न. इस नियम से आपको एक अच्छा संतुलन बनाने में मदद मिलती है, ताकि आपका इन्वेस्टमेंट्स ज्यादा जोखिम न उठाए और साथ ही अच्छा प्रॉफिट भी दे. यानी अपने पैसे को तीन हिस्सों में बांटकर अलग-अलग जगह लगाने से फायदा होता है.
114 का नियम
114 का नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपके इन्वेस्टमेंट अमाउंट को तीन गुना होने में कितना समय लगेगा. इसके लिए आपको 114 को अपनी सालाना मिलने वाली रिटर्न से डिवॉइड करना होता है. जो नंबर आएगा, वह बताएगा कि आपका पैसा कितने साल में तीन गुना हो जाएगा. एग्जांपल के लिए, अगर आपको 12% रिटर्न मिल रहा है, तो 114 ÷ 12 = 9.5 साल में आपका इन्वेस्टमेंट अमाउंट तीन गुना हो जाएगा.
4% विड्रॉल नियम
अगर आप रिटायर हो चुके हैं, तो 4% नियम आपकी रिटायरमेंट बचत को लंबे समय तक चलाने में मदद करता है. इस नियम के अनुसार, आपको अपनी रिटायरमेंट फंड का हर साल केवल 4% हिस्सा निकालना चाहिए और इसके साथ ही महंगाई (इन्फ्लेशन) के हिसाब से इसे एडजस्ट भी करना चाहिए. इससे आपको नियमित इनमक मिलती रहेगी और आपका बचाया हुआ पैसा भी लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा.
नेट वर्थ नियम
नेट वर्थ नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपकी पूरी फाइनेंशियल कंडीशन कैसी है. इसके लिए आप अपनी सारी संपत्तियों (जैसे बैंक बैलेंस, प्रॉपर्टी) में से अपने सारे लोन और देनदारियां निकाल देते हैं. जो बचता है, वही आपकी नेट वर्थ होती है. इस नियम के मुताबिक, आप अपनी उम्र को अपनी सालाना इनकम से गुणा करें और फिर उसे 10 से भाग दें. जो संख्या आएगी, वह आपकी नेट वर्थ होगी. एग्जांपल के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है और आपकी सालाना इनकम 5 लाख रुपए है, तो आपकी नेट वर्थ करीब 15 लाख रुपए होनी चाहिए. इससे आपको समझने में मदद मिलती है कि आपकी कमाई और उम्र के अनुसार आपकी संपत्ति सही दिशा में बढ़ रही है या नहीं. अगर आपकी नेट वर्थ इससे कम है, तो आपको अपनी बचत और निवेश पर और ध्यान देने की जरूरत हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यह सिर्फ एक जानकारी है। इसमें दी गई सलाह से सीधे कोई निवेश करने का फैसला मत कीजिए। निवेश करने से पहले अपने एक्सपर्ट या सलाहकार से जरूर बात करें, क्योंकि निवेश में जोखिम होता है और हर किसी की स्थिति अलग होती है।
इसलिए जरूरी है कि आप कुछ बेसिक नियमों को जानें और उन्हें अपनाएं, ताकि आपका पैसा सही दिशा में काम करे. आइए हम 10 ऐसे आसान और असरदार निवेश के नियम के बारे में जानते हैं, जो हर निवेशक को पता होना चाहिए. अगर आप इनका सही तरीके से फॉलो करेंगे, तो निवेश आपके लिए एक मजेदार और फायदेमंद सफर बन सकता है.
144 का नियम
144 का नियम एक आसान इन्वेस्टमेंट का नियम है, जिसकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपकी इन्वेस्टमेंट के अमाउंट को चार गुना होने में कितने साल लगेंगे. इसका इस्तेमाल खास तौर पर लंबी अवधि के इन्वेस्टमेंट ऑप्शन का इवैल्युएशन करने के लिए किया जाता है.
72 का नियम
72 का नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपकी इन्वेस्टमेंट अमाउंट को दोगुना होने में कितने साल लगेंगे. इसके लिए आपको सिर्फ 72 को अपनी निवेश पर मिलने वाली सालाना रिटर्न की प्रतिशत से डिवॉइड करना होता है. जो संख्या आती है, वही सालों की गिनती होती है जिसमें आपका पैसा दोगुना हो जाएगा. एग्जांपल के लिए, अगर किसी निवेश से आपको हर साल 9% का रिटर्न मिल रहा है, तो 72 ÷ 9 = 8 साल - यानी आपका इन्वेस्टमेंट 8 साल में दो गुना हो जाएगा. यह नियम इन्वेस्टमेंट की योजना बनाते समय आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.
इमरजेंसी फंड का नियम
इमरजेंसी फंड का नियम कहता है कि जिंदगी में कभी भी कोई बड़ी परेशानी अचानक आ सकती है - जैसे नौकरी चली जाना, बीमारी का खर्च या कोई जरूरी मरम्मत. ऐसे समय में अगर आपके पास पहले से थोड़े पैसे जमा हों, तो आप बिना तनाव के हालात का सामना कर सकते हैं. इस नियम के मुताबिक, आपको अपने महीने भर के खर्च का हिसाब लगाकर कम से कम 3 से 6 महीनों के बराबर की रकम अलग रखनी चाहिए. ये पैसे सिर्फ जरूरत के समय इस्तेमाल के लिए होने चाहिए, ताकि कोई मुश्किल आए तो आप बिना कर्ज लिए संभल सकें.
रिटायरमेंट के लिए 10% नियम
रिटायरमेंट की तैयारी जितनी जल्दी शुरू करें, उतना बेहतर होता है. इस नियम के अनुसार, आपको अपनी प्री-टैक्स इनकम का कम से कम 10% हिस्सा हर महीने रिटायरमेंट की बचत के लिए अलग रखना चाहिए. अगर आप इस नियम को लंबे समय तक फॉलो करते हैं, तो समय के साथ कंपाउंडिंग (ब्याज पर ब्याज) की ताकत से एक बड़ा फंड तैयार हो सकता है, जो रिटायरमेंट के बाद आपकी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा. यह भविष्य को सुरक्षित बनाने का एक आसान लेकिन असरदार तरीका है.
100 में से उम्र घटाने का नियम
100 में से उम्र घटाने का नियम कहता है कि आप अपनी उम्र को 100 में से घटाओ, जो नंबर आएगा उतने प्रतिशत ही पैसा आप अपने ऐसे इन्वेस्टमेंट में लगा सकते हैं जो थोड़ा ज्यादा जोखिम वाला होता है, जैसे शेयर या स्टॉक्स. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ेगी, यह नंबर कम होता जाएगा, मतलब आपको धीरे-धीरे सुरक्षित और कम जोखिम वाले निवेशों की तरफ जाना चाहिए. एग्जांपल के लिए, अगर आपकी उम्र 40 साल है, तो 100 में से 40 घटाने पर 60 बचता है, तो आप अपने इन्वेस्टमेंट का 60% हिस्सा जोखिम वाले निवेशों में लगा सकते हैं. इससे आपका इन्वेस्टमेंट उम्र के हिसाब से सुरक्षित रहता है.
10, 5, 3 नियम
10, 5, 3 नियम यह समझने का एक आसान तरीका है कि आप अपने अलग-अलग इन्वेस्टमेंट्स से कितने रिटर्न (मुनाफा) उम्मीद कर सकते हैं. इसमें माना जाता है कि शेयर या इक्विटी से सालाना लगभग 10% रिटर्न मिलता है, बॉन्ड से 5% और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से 3% रिटर्न. इस नियम से आपको एक अच्छा संतुलन बनाने में मदद मिलती है, ताकि आपका इन्वेस्टमेंट्स ज्यादा जोखिम न उठाए और साथ ही अच्छा प्रॉफिट भी दे. यानी अपने पैसे को तीन हिस्सों में बांटकर अलग-अलग जगह लगाने से फायदा होता है.
114 का नियम
114 का नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपके इन्वेस्टमेंट अमाउंट को तीन गुना होने में कितना समय लगेगा. इसके लिए आपको 114 को अपनी सालाना मिलने वाली रिटर्न से डिवॉइड करना होता है. जो नंबर आएगा, वह बताएगा कि आपका पैसा कितने साल में तीन गुना हो जाएगा. एग्जांपल के लिए, अगर आपको 12% रिटर्न मिल रहा है, तो 114 ÷ 12 = 9.5 साल में आपका इन्वेस्टमेंट अमाउंट तीन गुना हो जाएगा.
4% विड्रॉल नियम
अगर आप रिटायर हो चुके हैं, तो 4% नियम आपकी रिटायरमेंट बचत को लंबे समय तक चलाने में मदद करता है. इस नियम के अनुसार, आपको अपनी रिटायरमेंट फंड का हर साल केवल 4% हिस्सा निकालना चाहिए और इसके साथ ही महंगाई (इन्फ्लेशन) के हिसाब से इसे एडजस्ट भी करना चाहिए. इससे आपको नियमित इनमक मिलती रहेगी और आपका बचाया हुआ पैसा भी लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा.
नेट वर्थ नियम
नेट वर्थ नियम यह जानने का एक आसान तरीका है कि आपकी पूरी फाइनेंशियल कंडीशन कैसी है. इसके लिए आप अपनी सारी संपत्तियों (जैसे बैंक बैलेंस, प्रॉपर्टी) में से अपने सारे लोन और देनदारियां निकाल देते हैं. जो बचता है, वही आपकी नेट वर्थ होती है. इस नियम के मुताबिक, आप अपनी उम्र को अपनी सालाना इनकम से गुणा करें और फिर उसे 10 से भाग दें. जो संख्या आएगी, वह आपकी नेट वर्थ होगी. एग्जांपल के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है और आपकी सालाना इनकम 5 लाख रुपए है, तो आपकी नेट वर्थ करीब 15 लाख रुपए होनी चाहिए. इससे आपको समझने में मदद मिलती है कि आपकी कमाई और उम्र के अनुसार आपकी संपत्ति सही दिशा में बढ़ रही है या नहीं. अगर आपकी नेट वर्थ इससे कम है, तो आपको अपनी बचत और निवेश पर और ध्यान देने की जरूरत हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यह सिर्फ एक जानकारी है। इसमें दी गई सलाह से सीधे कोई निवेश करने का फैसला मत कीजिए। निवेश करने से पहले अपने एक्सपर्ट या सलाहकार से जरूर बात करें, क्योंकि निवेश में जोखिम होता है और हर किसी की स्थिति अलग होती है।