ज़ैंडर मंडी हर रोज़ की तरह अपने ऑफ़िस जा रहे थे तभी उन्हें पता चला कि टेक अरबपति एलन मस्क फ़ोल्सम शहर के पास के एक स्कूल में भाषण दे रहे हैं.
फ़ोलसम शहर अमेरिका के पेन्सिल्वेनिया प्रांत में आता है. मुंडी कभी खुद से पूछा करते थे, “इस शहर में सबसे अमीर व्यक्ति कब आएगा?”
फ़ोल्सम एक छोटा सा शांत कस्बा है, यहां की आबादी 9,000 के क़रीब है. यहां लोग आम तौर पर अपनी राजनीतिक दिलचस्पी को खुलकर ज़ाहिर नहीं करते, और राजनीतिक पार्टियों के पोस्टर, बैनर भी बहुत इक्का-दुक्का देखने को मिलते हैं.
19 साल के मुंडी एक अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में लीज़ एजेंट का काम करते हैं. वो मानते हैं कि नवंबर के चुनाव में वोट देने का उनका इरादा नहीं था. लेकिन लोगों का उत्साह देख मस्क को सुनने की उत्सुकता जगी.
BBC बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए करेंमुंडी याद करते हैं कि मीटिंग समाप्त होने के बाद कमला हैरिस की बजाय उनका झुकाव डोनाल्ड ट्रंप की ओर अधिक हो गया था.
उन्होंने बीबीसी को बताया, “उस तरह का व्यक्ति जब आपसे कहता है कि यह ऐसा चुनाव है जो हमारे भविष्य को तय करेगा, यह केवल इस बात को तय नहीं करेगा कि अगले चार साल कौन राष्ट्रपति होगा, बल्कि ये भी तय करेगा कि दुनिया कैसी होने जा रही है तो...मुझे लगता है कि ये बड़ी बात है. इसका फ़र्क पड़ता है. यह महत्वपूर्ण लगता है.”
एक राजनीतिक कार्यकर्ता की बजाय पहले एक टेक गुरु के रूप में चर्चित रहे 53 साल के मस्क ने अमेरिकी जनता के सामने खुलकर अपना समय दिया और प्रचार अभियान में हिस्सा लिया, यह देश के उन शीर्ष उद्योगपतियों से अलग रुख़ है जो पारंपरिक रूप से पर्दे के पीछे से राजनीति को प्रभावित करना पसंद करते हैं.
यह एक ऐसा रवैया है जो पारंपरिक सीईओ से बिल्कुल अलग है, जिनमें से कई तो महंगे और विशेष फ़ंडरेज़िंग डिनर आयोजित करने या हैम्प्टंस के आलीशान घरों में चंदा देने वाले संभावित लोगों को इकट्ठा करते हैं.
यही वजह है कि कुछ विश्लेषकों ने एलन मस्क की मंशा पर सवाल किए हैं.
आम तौर पर कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का रवैया रहा है कि वो जनता की नज़र से दूर रहें.
लेकिन मिशिगन यूनिवर्सिटी के रॉस स्कूल ऑफ़ बिज़नेस में पढ़ाने वाले एरिक गॉर्डन कहते हैं, “मस्क ऐसा खुलेआम और बड़े गर्व से करते हैं और इसीलिए शायद वो खुद को राह दिखाने वाला बनाते हैं.”
एक गैर लाभकारी ट्रैकर संस्था ओपन सीक्रेट्स के अनुसार, ट्रंप का समर्थन करने वाली मस्क की पॉलिटिकल एक्शन कमेटी- अमेरिका पीएसी- ने इसी चुनाव में अबतक 11.9 करोड़ डॉलर खर्च कर दिया है.
इसके अलावा मस्क का व्यक्तिगत चंदा उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में सबसे बड़ा निजी डोनर बना दिया है और महत्वपूर्ण स्विंग स्टेट में ट्रंप के चुनावी अभियान में कथित रूप से वो सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.
स्टीव डेविस मस्क के प्रमुख क़रीबियों में से एक हैं जो स्पेस एक्स, एक्स और बोरिंग कंपनी समेत उनकी कई कंपनियों के लिए काम कर चुके हैं. उन्हें कथित रूप से इस चुनाव के लिए विशेष तौर पर नियुक्त किया गया है.
लेकिन चुनाव अभियान में मस्क के बड़े पैमाने पर निवेश ऐसी चीज है जिसपर मुंडी का भी ध्यान गया.
उन्होंने कहा, “मेरे लिये ये हैरानी वाला है कि कोई व्यक्ति वोटरों को प्रभावित करने के लिए इतना समय और धन खर्च कर रहा है. इसका मतलब है कि वो किसी मंशा से ये सब कर रहे हैं.”
पेन्सिल्वेनिया के सीनेटर जॉनर फ़ेटरमैन जैसे कुछ डेमोक्रेट नेताओं ने अपनी पार्टी को मस्क की ओर से पैदा होने वाले ख़तरे को नज़रअंदाज़ करने को कहा है.
BBCफ़ेटरमैन मानते हैं कि मस्क एक ऐसे वर्ग के लोगों से अपील करते हैं, जो उन्हें बहुत बुद्धिमान मानते हैं. मस्क उन लोगों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं जहां पारंपरिक रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं है.
13 जुलाई को पेनसिल्वेनिया के बटलर में ट्रंप पर जानलेवा हमले के मद्देनज़र पहली बार ट्रंप का समर्थन करने के बाद से, मस्क उनके प्रचार अभियान का प्रमुख हिस्सा हो गए हैं, जहां वो अक्सर ये चेतावनी जारी करते रहते हैं कि ट्रंप ही केवल अमेरिकी लोकतंत्र को “बचा” सकते हैं.
चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में मस्क ने पूरे पेनसिल्वेनिया को नाप डाला. राष्ट्रपति चुनाव में यह प्रमुख राज्य है, जो ट्रंप और कमला हैरिस दोनों के लिए बहुत अहम है.
अमेरिका पीएसी अब चुनाव तक हर दिन एक वोटर को 10 लाख डॉलर का ईनाम दे रही है, चाहे वो किसी भी पार्टी का हो. बशर्ते कि उन्होंने मतदान करने के लिए पंजीकरण कराया हो और मस्क की ओर से समर्थित एक याचिका पर हस्ताक्षर किया हो.
उदाहरण के लिए, हैरिबर्ग और पिट्सबर्ग़ में सप्ताहांत हुई टाउन हॉल मीटिंगों में मस्क ने विजेताओं को लॉटरीनुमा बड़ा सा चेक प्रदान किया और उत्साह में भीड़ ने “एलन” के नारे लगाए.
उन्होंने भीड़ से कहा कि लोगों की ऊर्जा उनकी “आत्मा में गर्मी” पैदा करती है.
हालांकि, कुछ प्रेक्षकों ने उनकी मंशा पर सवाल उठाए हैं और आशंका ज़ाहिर की है कि मस्क और उनका व्यवसाय ट्रंप के साथ रिश्ते का फ़ायदा उठाना चाहते हैं.
इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग प्लेटफ़ॉर्म चार्जवे के सीईओ मैट टेस्के के अनुसार, मस्क का राजनीतिक झुकाव, इलेक्ट्रिक व्हीकल उद्योग में कई लोगों के लिए मुश्किल पैदा करने वाला रहा है, लेकिन इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है क्योंकि कई सालों से राजनीति को उनका रुझान बढ़ता गया है.
टेस्के कहते हैं, “मुझे लगता है कि मस्क का हित बहुत केंद्रित और मुख्य तौर पर उन कुछ चीजों के इर्द गिर्द है जो उनके व्यवसाय के लिए बहुत अहम हैं, मसलन नियम, जिसे लेकर वो अपनी चिंता ज़ाहिर भी कर चुके हैं.”
टेस्के के अनुसार, जब कैलिफ़ोर्निया में कोविड-19 की पाबंदियां लगाई गईं तो मस्क ने इसके ख़िलाफ़ काफ़ी दबाव डाला था.
मिशिगन यूनवर्सिटी के प्रोफ़ेसर गोर्डन कहते हैं, "मस्क खुद को नियामकों का बंधक समझते हैं और उन्हें लगता है कि जिन टेक्नोलॉजी के विकास पर वो काम कर रहे हैं, सरकार का हस्तक्षेप उसका गला घोंट रहा है, जैसे कि बिना ड्राइवर की कार."
प्रोफ़ेसर गोर्डन कहते हैं, “वो कुछ हद तक आगे रहना चाहते हैं, ऐसा बेबाक और नरमदिल उद्यमी जो नए रास्ते बनाता है और ऐसे नियमों के सामने पीछे नहीं हट सकता, जो टेक्नोलॉजी की प्रगति में पांच, 10 या 20 साल पीछे हैं.”
वो कहते हैं, “मस्क दूसरा रास्ता चुनना चाहते हैं. वह मंगल ग्रह पर जाना चाहते हैं.”
कैलिफ़ोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम की पूर्व मुख्य आर्थिक और बिज़नेस सलाहकार लेनी मेंडोंका कहती हैं, “यह अनैतिक और ग़ैरक़ानूनी है.”
उनका मानना है कि जिन लोगों का वास्ता सरकार और नियमों से है, वे “अपनी बात कह” सकते हैं, लेकिन समान हित वालों के मुकाबले उनका पद प्राधिकार वाला नहीं होना चाहिए.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर वो नवंबर में जीतते हैं तो मस्क अमेरिकी सरकार में खर्च कटौती के कार्यक्रम की देख-रेख करेंगे.
पर्यवेक्षकों का मानना है कि अगर वो ठीक से ये काम नहीं भी कर पाए तब भी, चुनाव प्रचार अभियान में साथ देने के चलते वो ट्रंप के विश्वासपात्र बन गए हैं और प्रशासन के नीतिगत फैसलों पर उनका बड़ा प्रभाव हो सकता है.
मस्क ने कहा है कि अमेरिका का ‘गला घोंटने’ वाले नियमों को ख़त्म करने के लिए, ‘दक्षता विभाग’ की अगुवाई करने के विचार के प्रति उनका रुख़ खुला हुआ है.
डेमोक्रेट नेताओं का कहना है कि स्पेस एक्स और टेस्ला के लिए मस्क को मिले अरबों डॉलर के कांट्रैक्ट को देखते हुए, उनका यह पक्ष हितों के जटिल टकराव को पैदा कर सकता है.
फ़ेडरल इलेक्शन कमीशन के पूर्व अधिवक्ता लॉरेंस नोबल ने चुनाव के दौरान मस्क की ओर से दिए जा रहे ईनामों की वैधता पर सवाल खड़ा किया है.
वो मानते हैं कि चुनाव प्रचार का ये तरीक़ा उन अमेरिकियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए जो काम के सुरक्षित माहौल और उपभोक्ता संरक्षण के मूल्यों को तवज्जो देते हैं.
उन्होंने बीबीसी से कहा, “हम जानते हैं कि जब खुली छूट दी जाती है तो कंपनियां क्या करती हैं. वो सुरक्षा की बजाय मुनाफ़ा, शेयरधारक मूल्य और सीईओ की तनख्वाहों को सबसे ऊपर रखती हैं, और व्यवसाय करने की लागत के रूप में सुरक्षा उपायों को नज़रअंदाज़ कर देती हैं.”
वो कहते हैं, “व्यवसाय और सरकार को इस नज़रिए से देखने वाले का होना ख़तरनाक़ बात है.”
मस्क खुद के लिए 'नियमों की परवाह न करने वाले' और 'विद्रोही' होने का दंभ भरते हैं और नवंबर चुनाव के नतीजे चाहे जो हों, अमेरिकी सरकार के साथ उनका दिलचस्प संबंध जारी रहने वाला है.
लेकिन उनका ब्रांड और उनकी प्रतिष्ठा अब डोनाल्ड ट्रंप से जुड़ चुकी है और उनकी गतिविधियां भी बताती हैं कि वे इस बारे में अच्छी तरह जानते हैं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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