जिले में 7 अक्टूबर की रात कायड़ रोड स्थित विधि महाविद्यालय के पास एक दर्दनाक और सनसनीखेज़ वारदात सामने आई। बंजारों के डेरे पर सो रहे परिवार के लोगों पर अज्ञात हमलावरों ने हमला कर दिया और इसके बाद दो बहनों को पिकअप वाहन से कुचलकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी। इस दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को दहशत और आक्रोश से भर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही सिविल लाइंस थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरू अस्पताल भेजा गया। वहीं, दो युवतियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने इलाके को घेराबंदी कर जांच शुरू की। शुरुआती पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में स्थानीय निवासी और कुछ बाहरी लोग शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि डेरे के पास किसी पुरानी रंजिश और आपसी विवाद के चलते यह हमला हुआ। बताया जा रहा है कि हमलावर रात में पिकअप वाहन में सवार होकर आए और पहले लाठी-डंडों से परिवार के सदस्यों पर हमला किया। इसके बाद उन्होंने मौके से भागने की कोशिश कर रहीं दो बहनों को गाड़ी से कुचल दिया।
घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया। आसपास के ग्रामीण और बंजारा समाज के लोग बड़ी संख्या में मौके पर जुटे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया। समाज के प्रतिनिधियों ने इस जघन्य अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दी जानी चाहिए।
अजमेर के पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में हत्या, हत्या के प्रयास और जातीय रूप से भड़काने के आरोपों में केस दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और घटना में उपयोग की गई पिकअप गाड़ी को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
राज्य सरकार ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाए। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और घायलों के इलाज की पूरी व्यवस्था करने की घोषणा की है।
सोशल मीडिया पर भी यह मामला व्यापक रूप से चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां लोग इस अमानवीय घटना की निंदा कर रहे हैं। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने कहा है कि यह केवल अपराध नहीं, बल्कि मानवता के खिलाफ किया गया कृत्य है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
You may also like
मोक्षतीर्थ मणिकर्णिकाघाट पर नमामि गंगे ने चलाया स्वच्छता अभियान,जर्मनी के पर्यटक भी हुए शामिल
खेल प्रतियोगिता द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली कनक कुमारी को किया सम्मानित
झारखंड के 14 जिलों में 16 से छाए रहेंगे बादल
Dhanteras 2025: धनतेरस के दिन भूलकर भी नहीं खरीदनी चाहिए आपको ये चीजें, नहीं तो हो सकता हैं बड़ा...
'लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे…' सारंडा जंगल के मामले में बोले झारखंड के CM हेमंत सोरेन