राजस्थान लोक सेवा आयोग ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक सफलतापूर्वक संपन्न की। आयोग कार्यालय में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता आयोग के सदस्य प्रोफेसर अयूब खान ने की। शिक्षा विभाग के विभिन्न संवर्गों में कुल 12,193 पदों पर पदोन्नति हेतु अनुशंसाएँ की गईं।
नियमित विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) के अंतर्गत 11,959 अधिकारियों को पदोन्नति प्राप्त हुई। इनमें से सबसे अधिक पद उप-प्राचार्य के पद के लिए थे, जिनमें 8,167 अधिकारियों को चयन वर्ष 2023-24 में और 3,719 अधिकारियों को चयन वर्ष 2024-25 में पदोन्नति हेतु अनुशंसित किया गया।इसके अतिरिक्त, उच्च प्रशासनिक पदों पर पदोन्नति के मामलों पर भी विचार किया गया। चयन वर्ष 2025-26 में 53 उप-निदेशक पदों, 18 संयुक्त निदेशक पदों और 2 अतिरिक्त निदेशक पदों पर पदोन्नति हेतु अनुशंसाएँ की गईं।
समीक्षा डीपीसी के अंतर्गत कुल 234 पदों पर पदोन्नति के मामलों पर चर्चा की गई, जिनमें सर्वाधिक 52 पद प्रोफेसर (इतिहास), 44 प्रोफेसर (हिंदी) और 37 प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान) के हैं। अन्य विषयों में प्रोफेसर पदों में रसायन विज्ञान के 15, अंग्रेजी के 14, भूगोल के 9, संस्कृत के 9, गणित के 7, जीव विज्ञान के 6, भौतिक विज्ञान के 4, समाजशास्त्र के 3, वाणिज्य के 3 और उर्दू के 2 पद शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, उप जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से एक प्रधानाचार्य पद, एक प्रधानाचार्य पद, 14 प्रोफेसर पदों और 12 छाया प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति हेतु अनुशंसाएँ की गई हैं।बैठक में माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट, संयुक्त सचिव शिक्षा (ग्रुप 2) मनीष गोयल, कार्मिक विभाग के प्रतिनिधि सिराज अली जैदी, जिला शिक्षा अधिकारी सोनिया शर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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