राजस्थान के डीग मेवात में अवैध हथियार मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने पांच जगहों पर छापेमारी की। सांवलेर गांव में फोन लोकेशन के आधार पर मुख्य आरोपी जावेद को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फरार हो गया। उसके घर से 3 फोन जब्त किए गए। अन्य ठिकानों से 8 लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एनआईए ने चार लोगों को नोटिस जारी कर दिल्ली बुलाया है। संदिग्ध ग्रुप में हथियारों की तस्वीरें भेजे जाने के बाद एजेंसी ने जांच तेज की और मोबाइल लोकेशन के आधार पर कार्रवाई की। मुख्य आरोपी जावेद को पकड़ने के लिए एनआईए ने सांवलेर गांव में छापेमारी की, लेकिन वह फरार हो गया। उसके घर से तीन फोन बरामद किए गए। इसके बाद ही 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी
जानकारी के मुताबिक, कुछ संदिग्ध ग्रुप में अवैध हथियारों की तस्वीरें भेजी गई हैं। इसके पीछे वजह हथियारों की खरीद-फरोख्त बताई जा रही है। जिन ग्रुप में ये तस्वीरें भेजी गई थीं, उनके आधार पर एजेंसी की टीम ने जांच की और मोबाइल लोकेशन के आधार पर डीग-मेवात में कई जगहों पर छापेमारी की।
डीग मेवात साइबर ठगी का गढ़ है
साइबर ठगी के लिए बदनाम डीग मेवात ऑनलाइन अपराध के मामले में जामताड़ा के बाद दूसरे नंबर पर है। यहां से स्थानीय युवा देशभर में साइबर ठगी कर रहे हैं। इसको लेकर पुलिस भी लगातार कार्रवाई कर रही है। राजस्थान पुलिस ऑपरेशन साइबर शील्ड और ऑपरेशन एंटीवायरस के तहत ठगी के खिलाफ अभियान चला रही है।
पुलिस ने एजेंसी की कार्रवाई पर टिप्पणी करने से किया इनकार
यह पहली बार नहीं है कि एनआईए ने मेवात में छापेमारी की हो। हालांकि, एनआईए की इस कार्रवाई पर पुलिस ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। डीग एसपी राजेश कुमार मीना ने कहा कि एनआईए और अन्य एजेंसियां मेवात में आती-जाती रहती हैं, लेकिन वे इस कार्रवाई पर कुछ नहीं कह सकते।
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