भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए राजस्थान सरकार ने राज्य के संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए बांधों, बिजली घरों, रिफाइनरियों और धार्मिक स्थलों पर अतिरिक्त निगरानी और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। साइबर हमलों की संभावना को ध्यान में रखते हुए सरकार ने डिजिटल ढांचे की सुरक्षा के लिए भी ठोस कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से इस राष्ट्रीय आपदा में एकजुटता दिखाने का आह्वान किया है, ताकि राज्य को हर तरह के खतरे से बचाया जा सके।
सीमावर्ती जिलों को आर्थिक सहायता, रिक्त पद भरे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में मानव संसाधन की आवश्यकता को देखते हुए सभी रिक्त पदों को तुरंत भरने की कार्रवाई की जा रही है। पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और फलौदी जिलों के लिए किसी भी तरह की आपात स्थिति में प्रभावितों के लिए परिवहन, शिविर, दवाइयां, उपकरण, भोजन सहित अन्य आवश्यक कार्यों के लिए रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था में सहयोग के लिए आवश्यकतानुसार आरएसी, आपदा राहत बल, सिविल डिफेंस की अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। सीमावर्ती जिलों के प्रभारी मंत्री एवं सचिव अपने क्षेत्रों में प्रशासन से लगातार सम्पर्क एवं समन्वय बनाए हुए हैं। किसी भी सूचना मिलने पर पुलिस एवं प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच रही हैं तथा त्वरित आवश्यक कार्रवाई कर रही हैं।
साइरन व्यवस्था सुदृढ़ की गई
सीमावर्ती जिलों में प्रशासन सुरक्षा एजेंसियों से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार ब्लैकआउट एवं यातायात प्रतिबंधों की पूर्ण पालना सुनिश्चित कर रहा है, जिसमें नागरिकों का अपेक्षित सहयोग भी प्राप्त हो रहा है। विवाह एवं अन्य समारोहों में तेज रोशनी, चकाचौंध एवं आतिशबाजी का प्रयोग नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं। निजी ड्रोन उड़ाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिला प्रशासन को पर्याप्त सायरन की पुख्ता व्यवस्था करने तथा आम जनता को टीवी चैनल, रेडियो, सोशल मीडिया आदि के माध्यम से विभिन्न प्रकार के सायरन सिग्नल के बारे में जागरूक करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई गई, साइबर अटैक से बचने के इंतजाम किए गए
मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, पर्यटन स्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। शर्मा ने सभी दलों से अपील की कि वे अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों के संपर्क में रहें तथा रक्तदान, बचाव कार्यक्रम, ब्लैक आउट तथा राज्य सरकार द्वारा आयोजित अन्य व्यवस्थाओं से जुड़े मामलों में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि हम सभी की सावधानी और सतर्कता राज्य की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। आप सभी सतर्क रहें तथा छोटी से छोटी घटना पर भी नजर रखें। अफवाहों को फैलने से रोकें।
किसी भी स्तर पर कोई कमी या आवश्यकता महसूस हो तो सरकार को अवगत कराएं। सभी दल पूरी तरह से राज्य सरकार के साथ हैं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि एवं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, विधायक रफीक खान, राष्ट्रीय लोकदल विधायक डॉ. सुभाष गर्ग, बहुजन समाज पार्टी विधायक मनोज कुमार एवं भारत आदिवासी पार्टी विधायक उमेश मीना मौजूद थे।
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