दौसा न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के दौसा जिले में मौसम ने अचानक पलटी खाई और करीब आधा घंटे तक तेज अंधड़ के साथ जोरदार बारिश हुई। कई जगह तो तूफानी बारिश के साथ ओले भी गिरे। रबी फसल की बुवाई की तैयारियों में जुटे किसानों ने इस बारिश को उपयोगी बताया है। वहीं, माना जा रहा है कि मौसम के बदले मिजाज के चलते सर्दी दिवाली से पहले अपना रंग दिखाना शुरू कर देगी। राणौली निवासी बाबूलाल मीना ने बताया कि पचवारा क्षेत्र के रामनगर, राणौली, बिदरखा, बिछ्या, हमीरपुरा, रामगढ़ पचवारा, मालावास, खादरिया, बासड़ा समेत कई गांवों में तेज अंधड़ के साथ हुई बारिश से जगह जगह पेड़ गिर पड़े। लालसोट-तूूंगा रोड के दोनों ओर कई गांवों में अधंड़ के चलते पेड़ गिर पड़े। खेतों में भी पानी भर गया।लालसोट क्षेत्र के समेल, रूपपुरा, शिवसिंहपुरा, बडक़ापाड़ा समेत अनेक गांवों में बारिश होने से किसान खुश नजर आए। सियाराम चांदा समेल ने बताया कि यह बारिश उन सभी किसानों के लिए वरदान साबित होगी, जिनके पानी की कमी है और उन्होंने सरसों या चने की फसल की बुवाई कर दी है उन सभी किसानों के लिए यह बारिश वरदान साबित होगी।
तेज अंधड़ से बिजली के एक दर्जन पोल टूटे
सिकराय क्षेत्र में रविवार को अचानक बदले मौसम के चलते दोपहर को तेज अंधड़ के साथ बारिश व ओले गिरे। तेज अंधड़ से बिजली के एक दर्जन पोल टूट गए, वहीं दो ट्रांसफार्मर धराशायी हो गए। बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। क्षेत्र में अचानक बदले मौसम से मानपुर, हींगवा, मनीपुर, नामनेर, चांदेरा, किरोड़ी सहित अन्य गांवों में तेज अंधड़ के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ एक बार ओलों की बौछार भी आईं। मौसम सुहावना हो गया। बारिश से तापमान में में भी गिरावट देखने को मिली है। गनीपुर गांव में तेज अंधड़ के साथ ओलों के साथ झमाझम बारिश हुई। जिससे गली-मोहल्लों में पानी भर गया।
दो लाख का नुकसान
सहायक अभियंता कमलेश शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में अचानक बदले मौसम से बारिश के साथ आए अंधड़ से एक दर्जन पोल व दो ट्रांसफार्मर धराशायी हो गए। इससे विद्युत निगम को करीब दो तीन लाख रुपए का नुक़सान हो गया है। टूटे हुए पोल को हटवाया जा रहा है।
किसानों के खिल उठे चेहरे
किसान धर्मसिंह, हनुमान, राकेश, बालवीर सहित अन्य किसानों ने बताया कि बारिश से किसानों को रबी फसल में फायदा मिलेगा। पहले ही क्षेत्र में पानी कमी चल रही है। इससे किसानों को फसल बुवाई में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश होने से फसल बुवाई में कुछ राहत मिलेगी। इस समय सरसों व चने के फसल बुवाई का कार्य चल रहा है। बारिश होने से किसानों को फसलों की सिंचाई करने में राहत मिलेगी।
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